Kanpur: पिता की मौत कैसे हो गई..पूछने पर धरती के भगवान बन गए शैतान, मृतक के बेटे को डॉक्टरों ने पीटा

Kanpur News: भर्ती पिता के स्वास्थ की जानकारी बेटों ने मांगी तो डॉक्टरों ने पिता की मौत बता दी। जिस पर तीमारदार को मौत का कारण पूछना भारी पड़ गया।

Report :  Anup Pandey
Update:2024-03-16 08:16 IST

Kanpur News  (photo: social media)

Kanpur News: जहां एक तरफ़ सरकार के डिप्टी सीएम अस्पताल की सुविधाओं को लेकर हर तरह से लगे हुए है। आए दिन डॉक्टरों और तीमारदारों के विवाद को देख सख्ती दिखा रहें है। लेकिन कानपुर के सरकारी संस्थानों के डॉक्टर विवाद कम करने का नाम नहीं ले रहे है। वहीं आज डॉक्टरों का एक अलग ही रूप देखने को मिला। जहां भर्ती पिता के स्वास्थ की जानकारी बेटों ने मांगी तो डॉक्टरों ने पिता की मौत बता दी। जिस पर तीमारदार को मौत का कारण पूछना भारी पड़ गया। जूनियर डॉक्टरों ने सीसीटीवी कैमरे से अलग ले जाकर तीमारदारों को जमकर पीटा। वहीं ये विवाद आधे घण्टे तक चला। मृतक के बेटे ने पुलिस को सूचना दी। जहां पुलिस ने मृतक के ही घर से तीन लोगों को हिरासत में लिया है।

बीते दिनों कराया था भर्ती

फतेहपुर के हरिहरगंज निवासी आदित्य कुमार ने बताया कि पिता चंद्रपाल निषाद को तीन दिन पहले सीने में भीषण दर्द होने पर गांव के ही एक अस्पताल में दिखाया जहां डॉक्टरों ने कार्डियोलॉजी के लिए रेफर कर दिया था। वहीं भर्ती होने पर पिता की पल्स अचानक से बंद हो जा रही थी। इलाज की जानकारी मांगी तो कोई जवाब नहीं दे रहा था। हर बात में वह बोलते थे कि 'वहां जाकर बैठो, डॉक्टर तुम हो या मैं' और डांट कर भगा देते थे।आज जब पिता की सांसे थमी तो उनसे मौत का कारण पूछा। इस पर डॉक्टर ने कहा चुपचाप यहां से ले जाओ।

मौत का कारण पूछना बन गया विवाद

जब मौत का कारण तीमारदारों ने पूछा तो डॉक्टर भड़क उठे। तीमारदारों ने विरोध किया तो डॉक्टरों ने पहले गाली गलौज की इसके बाद जहां पर सीसीटीवी कैमरे लगे थे वहां से घसीट कर मुझे अलग ले गए और मारना शुरू कर दिया। वहीं इस घटना का वीडियो बनाने वाले को भी पिट दिया।

मृतक की बेटी का मोबाइल छीना

भाई के साथ मारपीट देख बहन संध्या, रानी और अंजू अपने मोबाइल से वीडियो बनाने लगी तो डॉक्टरों ने उन सभी का मोबाइल छीन लिया और लड़कियों को भी पीटा। आरोप है कि डॉक्टर ने सभी के मोबाइल छीन कर अपने पास रख लिए तो वहीं डॉक्टर के चंगुल से छूटकर पुलिस को सूचना दी। जहां पुलिस हम लोगों को ही थाने ले आई।

वहीं अस्पताल के निदेशक डॉ. राकेश कुमार वर्मा ने मीडिया से बात करने को मना कर दिया। स्वरूप नगर इंस्पेक्टर राजेश कुमार सिंह ने बताया कि अभी किसी ने कोई भी तहरीर नहीं दी है। यदि तीमारदारों की तरफ से तहरीर आती है तो मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

अस्पताल पहले भी बन चुके है अखाड़े

यह कोई पहला मामला नहीं है। जहां डॉक्टरों और तीमारदारों में विवाद या मारपीट हुई हो। कभी कभी तो डॉक्टरों से विवाद के बाद डॉक्टर हड़ताल पर चले जाते है। जिससे अस्पताल में भर्ती मरीजों को दिक्कत सहनी पड़ती है। इतना ही नहीं मरीजों की दवा तक बाहर से लाने को लेकर तीमारदारों से विवाद हो चुका है।

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