Kanpur News: पुलिस की कार्यशैली से नाराज युवक आत्मदाह करने पहुंचा कमिश्नर ऑफिस

Kanpur News : पुलिस की कार्यशैली से नाराज होकर आज शुक्रवार को एक युवक आत्मदाह करने पुलिस कमिश्नर ऑफिस पहुंच गया। जहां कमिश्नर के कार्यालय के बाहर आत्मदाह का प्रयास किया है। वहीं, युवक को आत्मदाह करते हुए पुलिस कर्मचारियों ने देख लिया। जहां युवक को पुलिस ने सूझ-बूझ के साथ आत्मदाह करने से बचा लिया।

Report :  Anup Pandey
Update: 2024-05-24 09:55 GMT

Kanpur News : पुलिस की कार्यशैली से नाराज होकर आज शुक्रवार को एक युवक आत्मदाह करने पुलिस कमिश्नर ऑफिस पहुंच गया। जहां कमिश्नर के कार्यालय के बाहर आत्मदाह का प्रयास किया है। वहीं, युवक को आत्मदाह करते हुए पुलिस कर्मचारियों ने देख लिया। जहां युवक को पुलिस ने सूझ-बूझ के साथ आत्मदाह करने से बचा लिया। पुलिस कर्मियों के पूछे जाने पर उसने आरोप लगाया कि जमीन को लेकर एक संस्था द्वारा उसके साथ फ्रॉड किया गया है। जूही थाने में कई बार शिकायत दर्ज करने के बाद भी पुलिस द्वारा कार्रवाई न किए जाने से नाराज होकर उसने यह कदम उठाया है, जिसके बाद पुलिस ने युवक को हिरासत में ले लिया।

जूही लाल कालोनी निवासी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि पड़ोस में रहने वाले मुख्तार अहमद खान और मंजूर अहमद खान की एक संस्था सर्वांगीण जन उत्थान समिति है। इन दोनों ने मुझसे फर्जी तरह से संस्था के मंत्री चंद्रमोहन को मदरसे का मंत्री बता कर 2007 में मुझसे दान में जमीन ली थी। जब मैने संस्था की जानकारी की तो संस्था फर्जी निकली। साथ ही इनकी संस्था द्वारा करोड़ों रुपए का गबन किया जा रहा है। फिर मैंने 2016 में आरटीआई के तहत जानकारी मांगी तो इस संस्था को सरकारी अनुदान मिला है। चिट फंड डिपार्टमेंट के डिप्टी रजिस्ट्रार को जब इसकी सूचना दी तो उन्होंने 2018 में मुझे लिख कर दिया कि इस संस्था से कभी कोई सरकारी अनुदान प्राप्त नहीं हुआ है।

आरटीआई से मिला जवाब

सन 2016 में चिट फंड डिपार्टमेंट ने मुझे लिख कर दिया है कि इस संस्थान में लाखों रुपए का सरकारी अनुदान प्राप्त है। आशीष ने कहा कि मेरी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इनके द्वारा वसूलीबाज, हफ्ता वसूल करने वाले सहित कई ऐसे आरोप लगाकर मेरे नाम पर हलफनामे दिए गए हैं।आशीष ने कहा कि मैं बहुत प्रताड़ित हूं, अभी मेरे पिता की कैंसर से मौत भी हो गई है। यह लोग मुझे लगातार अपराधी बनाने में तुले हैं। शिकायत के बाद भी जूही थाने में कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जहां अपने आप को प्रताड़ित होने पर आज हमने आत्मदाह का प्रयास किया। पूर्व में जिले के कप्तान अनंत देव तिवारी के सामने पेश हुआ था। तो उन्होंने माना था कि यह लोग अपराध कर रहे हैं, जिसके बाद उन्होंने एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए थे। आशीष ने आरोप लगाया कि उसके बाद पुलिस ने मिलीभगत कर एफ़आर लगा दी।

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