UP News: यहां 10 लाख का मेवा और चीनी चाट जाते हैं चूहे, बिल्लियां कर रहीं गजब खेल, हैरान कर देगी ये सच्चाई
Kanpur News: कानपुर में व्यापारी इन दिनों चूहों के आतंक से सबसे ज्यादा परेशान है। कानपुर में हालत ये हो गए हैं कि प्रत्येक महीने केवल चूहे 10 लाख से ज्यादा के मेवे और चीनी चट कर जाते हैं।
Kanpur News: चूहों को भगवान गणेश का वाहक माना जाता है। इसीलिए लोग इनकी मंदिर, दुकान और मकान में पूजा भी करते हैं। लेकिन, भगवान गणेश के वाहक जब लोगों को चूना लगाने लग जाएं तो सबसे बड़ी परेशानी बन जाती है। दरअसल, कानपुर में व्यापारी इन दिनों चूहों के आतंक से सबसे ज्यादा परेशान है। कानपुर में हालत ये हो गए हैं कि प्रत्येक महीने केवल चूहे 10 लाख से ज्यादा के मेवे और चीनी चट कर जाते हैं। मेवे खा-खाकर चूहे इतने खूंखार हो गए हैं कि बिल्लियां भी इनको दबोचने से बचती हैं। व्यापारी चूहों से बचने के लिए तरह-तरह के प्रयोग करते हैं लेकिन सब फेल हो जाते हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कानपुर का नयागंज थोक बाजार चूहों की चपेट मे है। दुकान, मकान, दफ्तर और गोदाम ऐसी कोई जगह नहीं बची है जहां पर चूहों का आतंक न हो। शक्कर के बोरों के गोदाम में पहुंचते ही चूहों का आंतक शुरु हो जाता है। काजू, पिस्ता, किशमिश के बोरों को चूहे मिनटों में कुतर कर चले जाते हैं। व्यापारियों का कहना है कि चूहे मेवे खाकर इतने बलिष्ठ हो गए हैं कि किसी भी चूहे का वजन दो किलो से कम नहीं है। व्यापारियों का कहना है कि गोदाम में ऐसा कोई बोरा नहीं बचता है जिसे चूहे कुतरते न हों। एक व्यापारी ने बताया कि उन्होने चूहों के आतंक से बचने के लिए बिल्लियां पाल रखी हैं। रात में वह इन बिल्लियों को गोदामों में छोड़कर जाते हैं। लेकिन कई चूहों का वजन ज्यादा होने के कारण बिल्लियां भी उन्हे दबोचने से हिचकती हैं।
अंदर ही अंदर सुरंग बना ली
एक और व्यापारी बताते हैं कि उनकी दुकान को चूहों ने जगह-जगह खोद डाला है। दुकान में कहीं से चूहों के झुंड निकल आते हैं। सड़क के नीचे से उनकी दुकान तक चूहों ने सुरंग बना ली है। वहीं, एक और कारोबारी बताते हैं कि दुकान और गोदाम में माल पहुंचते ही चूहों का आतंक शुरु हो जाता है। तेल के पैकेटों को चूहे कुतर देते हैं, जिससे उनका सबसे ज्यादा नकुसान होता है। उन्होने कहा कि इन चूहों का आतंक दिन रात 24 घंटे जारी रहता है।