Kanpur News: औद्योगिक नगरी कानपुर की तंग गलियों में आग बुझाएगा रोबोट, फायर रोबोट का हुआ मॉक ड्रिल
Kanpur News: मु्ख्य अग्निशमन अधिकारी दीपक शर्मा ने बताया कि आस्ट्रिया की फायर फाइटिंग मशीन यानि रोबोट से फायरमैन 100 मीटर की दूरी से आग से लड़ सकता है। यह क्षति को कम करेगा और कीमती जीवन को बचाने में मदद करेगा।
Kanpur News: कानपुर शहर में पिछले कुछ वर्षों से ऐसी जगह से दमकल कर्मचारियों को सामना करना पड़ा, जहां कानपुर की तंग गलियों में दमकल की गाड़ी अंदर नहीं जा सकी। गाड़ी को दूर खड़ा कर आग बुझाने का प्रयास किया गया। वहीं आग बुझाने में फायर कर्मी भी झुलस जाते थे, जिसको देख दिल्ली की तर्ज पर उत्तरप्रदेश की औद्योगिक नगरी कानपुर की तंग गलियों में रोबोट द्वारा आग बुझाने को लेकर शासन में इसके खरीदने की बातचीत चल रही है। इसको लेकर पहली बार रोबोट से मॉकड्रिल कराई गई जो सफल रहीं। जान जोखिम में डालकर अग्निश्मन कर्मचारी आग बुझाते हैं। ये रिमोट कंट्रोल फायर फाइटिंग रोबोट तंग गलियों, गोदाम, बेसमेंट, जंगल की आग, फोर्सेबल एंट्री पॉइंट, अंडरग्राउंड या ह्यूमन रिस्क वाले तमाम इलाकों, तेल व केमिकल टैंकर, फैक्ट्री जैसी जगहों पर आसानी से पहुंचकर और सीढ़ियों पर चढ़कर व शीशे तोड़कर आग बुझाने में सक्षम हैं।
अपार्टमेंट में रोबोट की हुई मॉक ड्रिल
मु्ख्य अग्निशमन अधिकारी दीपक शर्मा ने बताया कि आस्ट्रिया की फायर फाइटिंग मशीन यानि रोबोट से फायरमैन 100 मीटर की दूरी से आग से लड़ सकता है। यह क्षति को कम करेगा और कीमती जीवन को बचाने में मदद करेगा। सीएफओ ने बताया कि रोबोट की कीमत तकरीबन डेढ़ से दो करोड़ है। इसके खरीदने के लिए शासन में बात की जा रही है। क्लब फर्स्ट रोबोटिक्स कंपनी से संपर्क कर उसे रावतपुर थानाक्षेत्र स्थित ऐश्वर्यम अपार्टमेंट में रोबोट की मॉक ड्रिल कराई गई है। यह रोबोट करीब तीन हजार लीटर पानी प्रति मिनट फेंकने में सक्षम है। टैंकर के आकार वाला यह रोबोट सीढ़ियों पर चढ़कर किसी भी फ्लोर पर जा सकेगा। करीब तीन कुंतल वजन का रोबोट पांच कुंतल तक का भार ढ़ोने में सक्षम है।
आग से लड़ने वाले जाबांजों के लिए संकट मोचन
दमकल विभाग के कर्मचारियों को अपनी जान जोखिम में नहीं डालनी पड़ेगी। बताया कि स्प्रे और साधारण पानी की धार, दोनों इस रोबोट से जुड़े वायर लेस रिमोट के माध्यम से काम कर सकते हैं। जहां पानी से आग कंट्रोल नहीं होती, वहां रोबोट के अंदर से निकलने वाले केमिकल और उससे निकलने वाले झाग आग पर नियंत्रण करेंगे।
तंग गलियों में मिलेगी मदद
तंग गलियां टोपी बाजार, बिसाती खाना, नयागंज, जनरलगंज, कलेक्टरगंज, लक्ष्मीपुरवा, कोपरगंज, चटाई मोहाल, हरबंश मोहाल, नाजिरबाग, दानाखोरी, भूसा टोली, रोटी वाली गली, पेचबाग, चमनगंज है।
सौ मीटर का इलाका करेगा कवर
रोबोट ऐसे मेटेरियल से बना है, जिस पर आग, धुएं, गर्मी या किसी भी अन्य बाहरी विषय परिस्थिति का कोई असर नहीं पड़ता है। सेना के टैंकों की तरह टायरों के ऊपर क्रॉलर बेल्ट (ट्रैक) लगी होती है। जिसकी मदद से यह किसी भी जगह पर आसानी से जा सकता है। यह करीब 100 मीटर का इलाका एक साथ कवर कर सकता है। जहां आग बुझाने के लिए खुद दमकलकर्मियों को अपनी जान हथेली पर रखकर आग में झुलसना पड़ता था। वहीं, उनका यह काम फायर फाइटर रोबोट करेंगे।
ऐसे काम करता है रोबोट
सीएफओ दीपक शर्मा ने बताया कि वह शासन से लगातार संपर्क में हैं। उन्होंने बताया कि दमकल में लगे पानी के पाइप रोबोट में फिट हो जाते हैं। रिमोट से इसे आग वाले जगह की तरफ भेजा जाता है। इमारत में आग लगी के धुएं को रोबोट अपने वेंटिलेटर सिस्टम से बाहर निकालता है। रोबोट एक मिनट में 2400 लीटर पानी छिड़कता है। इनमें लगा स्प्रे पानी को छोटी बूंदों में बांटकर 100 मीटर दूर तक फेंकता है। इसमें 60 लीटर का डीजल फ्यूल टैंक लगा है। रोबोट 360 डिग्री पर रोटेट भी हो जाते हैं।
कर्मचारियों को दी जाएगी विशेष ट्रेनिंग
सीएफओ के अनुसार अगर शासन से हरी झंडी मिल जाती है, तो अग्निशमन कर्मचारियों को विशेष प्रकार की ट्रेनिंग दी जाएगी। कब, कैसे और किस तरह की घटनाओं के दौरान करना है, इस रोबोट में एक हाई रेजोल्यूशन कैमरा भी लगा हुआ है। यह कैमरा आग, धुएं और पानी के बावजूद साफ तस्वीर दिखाने में सक्षम है। इसके ऊपरी हिस्से पर एक बड़ा पंखा लगा हुआ है। जो न केवल एग्जॉस्ट फैन की तरह हवा को बाहर फेंकने का काम करता है।
लगे हैं कई नोजल
रिमोट कंट्रोल के जरिए इसे आगजनी वाले इलाके में अंदर भेजा जा सकेगा। इसमें सेना के टैंकों की तरह ट्रैक सिस्टम लगा हुआ है। इसमे 140 हॉर्स पावर का इंजन लगा हुआ है। साथ ही पानी बैछार के लिए कई नोजल लगे हुए है। इसमें जरूरत के हिसाब से बदलाव किया जा सकता है। चार किमी प्रति घंटा की रफ्तार से इसकी चाल है।