Kanpur News : 'मैं बजरंगबली नहीं हूं कि सीना चीर के दिखा दूं', सपा विधायक को बीजेपी मेयर का जवाब

Kanpur News : कानपुर नगर निगम सदन में आज एक गंभीर विवाद हो गया, जो जल्दी ही हाथापाई और धक्कामुक्की में बदल गया।

Report :  Avanish Kumar
Update:2024-12-24 19:41 IST

Kanpur News : कानपुर नगर निगम सदन में आज एक गंभीर विवाद हो गया, जो जल्दी ही हाथापाई और धक्कामुक्की में बदल गया। यह घटना सपा के पार्षद रजत बाजपेई और भाजपा के पार्षद विकास जायसवाल के बीच तीखी बहस से शुरू हुई। दोनों के बीच विवाद गहराया और देखते ही देखते यह शारीरिक झड़प में बदल गया। इस घटना के बाद सदन में हंगामा मच गया, पार्षद एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने लगे और माहौल गरम हो गया।

सदन में यह स्थिति इतनी बिगड़ी कि कार्यवाही को रोकना पड़ा। जब महापौर ने स्थिति को संभालने की कोशिश की, तो उन्होंने बीच सदन में ही बैठक छोड़ दी, जिससे तनाव और बढ़ गया। इस दौरान भाजपा के पार्षदों ने सपा विधायक अमिताभ बाजपेई के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी, ‘गली-गली में शोर है, सपा विधायक अमिताभ बाजपेई चोर है’। इसके बाद भाजपा के पार्षदों ने आरोप लगाया कि विधायक बाजपेई भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और शहर की जनता को धोखा दिया है।

वहीं, सपा के पार्षदों ने दावा किया कि सदन शांतिपूर्वक चल रहा था, लेकिन भाजपा पार्षदों ने जानबूझकर माहौल बिगाड़ दिया। महापौर प्रमिला पांडे ने दोनों पक्षों को शांत होने की अपील की, लेकिन करीब 20 मिनट तक हंगामा नहीं थमा। अंततः मेयर ने सदन की कार्यवाही छोड़ दी और बाहर चली गईं। इस घटना ने नगर निगम सदन के माहौल को पूरी तरह से प्रभावित किया और शहर की राजनीति में तनाव को और बढ़ा दिया।


कानपुर नगर निगम के सदन में पहली बार पहुंची समाजवादी पार्टी (सपा) की विधायक नसीम सोलंकी ने सदन में बोलते हुए महापौर प्रमिला पांडे को संबोधित करते हुए कहा कि बुआ जी, कृपया सीसामऊ क्षेत्र के लोगों का ख्याल रखें। नसीम सोलंकी के इस बयान पर महापौर प्रमिला पांडे का तीखा जवाब आया। उन्होंने कहा, "तुम मेरी बहू हो और मैं पूरे शहर की मेयर हूं।" इसके बाद महापौर ने कहा, "मैं बजरंगबली नहीं हूं कि सीना चीर के दिखा दूं, अब किसके मन में क्या है, मुझे नहीं पता।" महापौर के इस बयान ने सदन में हलचल मचा दी। 

यह घटना उस वक्त हुई जब सपा विधायक नसीम सोलंकी ने नगर निगम की कार्रवाई के दौरान एक बार फिर से महापौर को "बुआ" कहकर संबोधित किया। इस पर महापौर ने फिर से उन्हें "बहू" कहकर जवाब दिया। इसके बाद, नसीम सोलंकी ने सीसामऊ नाले से हटाए गए लोगों का मुद्दा उठाया और कहा कि इन लोगों को आवास उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने महापौर से आग्रह किया कि जिन लोगों को नाले से हटाया गया है, उन्हें उचित आवास दिलाने की व्यवस्था की जाए।

महापौर प्रमिला पांडे ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि जिन लोगों को नाले से हटाया गया है, उनकी जांच कराई जाएगी। यदि वे पात्र होंगे, तो उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर दिए जाएंगे। महापौर ने इस बात पर भी जोर दिया कि इस मामले में पारदर्शिता बरती जाएगी और जो लोग योग्य होंगे, उन्हें आवास मिलेंगे।

कानपुर नगर निगम के सदन में इस प्रकार की बयानबाजी और जवाबी बयान चर्चाओं का केंद्र बन गए। प्रमिला पांडे का यह बयान एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया, क्योंकि वह अक्सर अपने तेज-तर्रार बयान और विवादित टिप्पणियों के लिए जानी जाती हैं। यह घटना राजनीतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि नसीम सोलंकी और महापौर के बीच यह सार्वजनिक वार्तालाप शहर की राजनीति के तापमान को बढ़ा सकता है।

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