Kanpur News: एयरलाइंस में नौकरी के नाम पर ठगी, मास्टर माइंड स्नातक तो साथी है LLB छात्र
साइबर क्राइम टीम ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है जो एयर टिकटिंग के नाम पर लोगों से ठगी करते थे।पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि विभिन्न जॉब वेबसाइट से युवाओं की पहचान होती थी।
Kanpur News: क्राइम ब्रांच ने कानपुर में एयरलाइंस में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। आरोपी नौकरी की तलाश में ऑनलाइन अपना बायोडाटा अपलोड करने वाले युवाओं को अपने जाल में फंसाते थे। डीसीपी क्राइम आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि एक युवती ने अगस्त में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि एयर इंडिया में नौकरी के नाम पर उससे 50 हजार की ठगी की गई है। युवती के अनुसार उसने फैशन डिजाइनिंग का कोर्स किया था। उसने एक प्रचलित वेब साइड shine.com पर आवेदन किया था। जिसके बाद युवती ठगी का शिकार हो गई थी। युवती के द्वारा साइबर थाना में शिकायत दर्ज की गई थी।
डाटा लेकर की जाती थी ठगी
आरोपी विभिन्न जॉब की हायरिंग वेबसाइड को खंगालते थे और वहां से कैंडिडेट का डाटा लेकर उन्हें फोन करके नौकरी दिलाने के लिए रजिस्ट्रेशन फीस के नाम पर पैसों की मांग करते थे। वहीं बेरोजगार युवक-युवती नौकरी पाने के लिए तुरंत उनके बताए हुए खातों में रुपए भेज देते थेऔर बताएं हुई मेल पर अपने दस्तावेज भी भेज देते थे। ठगी का शिकार हुए लोगों से 25 हजार से लेकर 1 लाख तक रूपए वसूलते थे और पैसे मिलते ही फोन बंद कर देते थे।
फर्जी वेबसाइड का किया गया उपयोग
आरोपी साइबर ठगी की घटना को अंजाम देने के लिए पहले इंडिगो एयरलाइंस की फर्जी वेबसाइड और मेल बनाई और इसी पर सारे कागज भेजने के लिए कहा जाता था। वहीं, पीड़िता ने भी इसी मेल पर अपने सभी कागज भेजे थे। ठगी का शिकार होने और पैसा गवांए जाने पर युवती काफी नर्वस थी।
फर्जी नियुक्ति पत्र देकर जीतते थे भरोसा
आरोपियों ने युवती से नौकरी के नाम पर फर्जी रजिस्ट्रेशन फीस लेने के बाद अधिक रकम वसूलने के लिए इंडिगो का फर्जी आफर लेटर भेजा और बाद में फर्जी ट्रेनिंग लेटर भी भेज दिया। फर्जी लेटर भेज लोगों को झांसे में लेकर ठगी का शिकार बनाया। इंडिगो एयरलाइंस पर जांच करने पर पता चला कि एयरलाइंस की तरफ से इस तरह का कोई ज्वाइनिंग लेटर जारी नहीं किया गया है। रिपोर्ट दर्ज़ के बाद क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू की। जांच के दौरान गैंग के मास्टर माइंड अभिषेक सिंह और उसके साथी राजनाथ सिंह को गिरफ्तार कर लिया। दोनों जालौन के रहने वाले हैं। उनसे पूछताछ में गैंग में शामिल चार अन्य लोगों के नाम भी सामने आए हैं। पुलिस अब उनकी तलाश में दबिश दे रही है।
कई राज्यों में घटना को दे चुके है अंजाम
आरोपियों के खिलाफ शिकायतों की जांच की गई तो जानकारी हुई कि इन आरोपियों ने लखनऊ, मेरठ, गौतमबुद्धनगर गाजियाबाद, दिल्ली, राजस्थान, आन्ध्र प्रदेश, मध्यप्रदेश, में साइबर ठगी की घटना को अंजाम दे चुके हैं। इनके खिलािफ दर्ज अन्य शिकायतों की जांच अभी की जा रही है।
साइबर मास्टर माइंट पहले भी जा चुका है जेल
आरोपी अभिषेक सिंह ने 2021 में अपना ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद गुजरात में सेल्स व मार्केटिंग की नौकरी भी कर चुका है, लेकिन उसे वहां पैसे कम मिलते थे। जिसके कारण वह काम छोड़कर घर आ गया और अपने स्थानीय लोग जो इस प्रकार की साइबर ठगी का काम करते थे उनके साथ रहकर यह काम सीख गया और पैसों की लालच में कॉल सेन्टर चलाकर साइबर ठगी का काम करने लगा। इसी मामले में अभिषेक महाराष्ट्र के बांद्रा में भी जेल जा चुका है।