Kashi Tamil Sangamam: शिक्षा मंत्री ने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में की समीक्षा बैठक, कार्यक्रम से जुड़े स्थानों का किया दौरा
Kashi Tamil Sangamam: उन्होंने आह्वान किया कि काशी तमिल संगमम के लिए वाराणसी में उत्सव सा माहौल तैयार किया जाना चाहिए।
Kashi Tamil Sangamam: काशी तमिल संगमम की तैयारियों को लेकर शिक्षा मंत्री, भारत सरकार, श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने आज काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में एक समीक्षा बैठक की। उन्होंने आह्वान किया कि काशी तमिल संगमम के लिए वाराणसी में उत्सव सा माहौल तैयार किया जाना चाहिए। शिक्षा मंत्री ने कहा कि एक महीने तक चलने वाले इस कार्यक्रम में तमिलनाडु की संस्कृति का अद्भुत नजारा काशी में दिखाई देगा।
बैठक में कुलपति प्रो सुधीर कुमार जैन भी उपस्थित रहे। काशी तमिल संगमम के लिए काशी हिन्दू विश्वविद्यालय तथा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान knowledge partner (ज्ञान साझीदार) हैं। समीक्षा बैठक में भारत सरकार, उत्तरप्रदेश सरकार तथा कार्यक्रम के आयोजन से जुड़े विभागों के अधिकारी उपस्थित रहें।
इन विषयों पर होगा चर्चा
इससे पहले शिक्षा मंत्री ने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय स्थित शताब्दी कृषि प्रेक्षागृह तथा स्वतंत्रता भवन का दौरा किया। काशी-तमिल संगमम ज्ञान के विभिन्न पहलुओं-साहित्य, प्राचीन ग्रंथों, दर्शन, आध्यात्मिकता, संगीत, नृत्य, नाटक, योग, आयुर्वेद, हथकरघा, हस्तशिल्प के साथ-साथ आधुनिक नवाचार, व्यापारिक आदान-प्रदान एवं अगली पीढ़ी की अन्य प्रौद्योगिकी आदि जैसे विषयों पर केंद्रित होगा।
शामिल होंगे विभिन्न विषयों के विशेषज्ञ
इन विषयों पर विचार गोष्ठी, चर्चा, व्याख्यान, कार्यशाला आदि आयोजित किए जाएंगे। जिसके लिए संबंधित विषयों के विशेषज्ञों को आमंत्रित किया जाएगा। यह आयोजन छात्रों, विद्वानों, शिक्षाविदों, पेशेवरों आदि के लिए भारतीय ज्ञानप्रणाली, शिक्षा एवं प्रशिक्षण से संबंधित कार्यप्रणालियों, कला एवं संस्कृति, भाषा, साहित्य आदि से जुड़े विभिन्न पहलुओं के बारे में सीखने का एक अनूठा अनुभव होगा।
कार्यक्रम में शामिल होंगे कई विभाग
इस आयोजन में आईआईटी बीएचयू और आईआईटी मद्रास के अलावा केंद्र और राज्य सरकार के कई विभाग शामिल होंगे। यह आयोजन नई शिक्षा नीति (एनईपी) के लिए लोक शिक्षा, लोक अनुभव, भाषा, संस्कृति के क्षेत्र में आए सुझावों के नजरिए से एक महत्वपूर्ण है। इसके साथ ही धर्मेंद्र प्रधान ने काशी-तमिल संगमम के आयोजनों से जुड़े स्थानों का निरीक्षण किया।