काशी विश्वनाथ कॉरिडोर हादसा: प्रधानमंत्री ने डीएम से ली पूरी जानकारी, मजदूरों की मौत से दुखी
प्रधानमंत्री मोदी ने हादसे को संज्ञान में लेते हुए जिलाधिकारी से हर संभव मद्द करने को कहा है
वाराणसी। काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर परिसर में आज सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। ललिता घाट के पास दो मंजिला भवन गिरने से दो मजदूरों की मौत हो गई, जबकि घटना में 8 मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गये। मजदूर भवन के नीचे सो रहे थे। बताया जा रहा है कि दो मंजिला भवन जर्जर हालत में था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे को संज्ञान में लेते हुए गहरा दुख जताया है साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा को फोन करके घटना की जानकारी भी ली है। पीड़ितों को हर संभव मदद देने का निर्देश भी दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लिए ललिता घाट स्थित गोयनका छात्रावास का अधिग्रहण किया गया है। संस्था के मजदूर छात्रावास के जर्जर हिस्से के नीचे सो रहे थे। सुबह के समय अचानक मकान का जर्जर हिस्सा मजदूरों के उपर गिर गया। मलबे में दो मजदूरों की दबकर मौत हो गयी जबकि 8 मजदूर घायल हो गये। शोर सुनकर परिसर में तैनात पुलिसकर्मीयों ने मजदूरों को निकालकर तुरन्त वाराणसी के शिव प्रसाद गुप्त मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। हादसे में घायल सभी मजदूर पश्चिम बंगाल के मालदा के रहने वाले बताए जा रहे हैं। मजदूरों के शवों का पोस्टमार्टम करवाकर उनको उनके पैतृक शहर भेजने की करवाई की जा रही है।
पीड़ितों को मुआवजे का ऐलान
श्रीकाशी विश्वनाथ कॉरिडोर हादसे में मृत दो मजदूरों को 5-5 लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये मुआवजा देने का एलान किया गया है। कॉरिडोर का निर्माण कर रही पीएसपी कंपनी और विश्वनाथ मंदिर प्रशासन यह मुआवजा देगा। बता दें कि मृतकों को पीएसपी कंपनी द्वारा 3-3 लाख रुपये औरमंदिर प्रशासन की तरफ से 2-2 लाख रुपये कुल 5-5 लाख रुपये मुआवजे की राशि मिलेगी।