संपत्ति बंटवारे में 3 साल पहले हुआ था किशोर का अपहरण, पुलिस ने बेकसूरों को भेजा था जेल
आगरा: थाना ताजगंज में तीन साल पहले संपत्ति बंटवारे को लेकर हरिओम के चचेरे भाई पृथ्वीराज सिंह का 15 साल का बेटा विजय 16 दिसंबर 2016 को लापता हो गया था। इस मामले में हरिओम, उनके भाई सुरेश, भाभी मीना और नाबालिग भतीजे के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज हुआ था। जिन्हें डेढ़ साल बाद रविवार 26 मार्च को जमानत पर रिहा कर दिया गया। इस मामले में एक नई कड़ी तब जुडी जब अपहरण हुआ किशोर बुधवार को घर में दिखा।
हरिओम ने इंस्पेक्टर ताजगंज को जाकर मामले की जानकारी दी, लेकिन उन्होंने गंभीरता से नहीं लिया। हरिओम ने एसएसपी डॉ. प्रीतिंदर सिंह से मदद की गुहार लगाई और उन्हें एक प्रार्थना पत्र दिया।
क्या है मामला?
-संपत्ति बंटवारे को लेकर उनका पृथ्वीराज से विवाद चल रहा था।
-28 दिसंबर 2014 को हरिओम, उनके भाई सुरेश, भाभी मीना और नाबालिग भतीजे के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज हुआ था।
-पुलिस ने बिना जांच के एक माह में ही सभी को अरेस्ट कर जेल भेज दिया।
-करीब डेढ़ साल बाद सभी जमानत पर रिहा हुए।
-इनमें से मीना 1 अप्रैल 2016 को सबसे अंत में रिहा हुईं।
-22 मार्च को हरिओम जब दीवानी से तारीख कर घर जा रहे थे, कुछ लोगों ने उन्हें बताया कि जिस किशोर के अपहरण में वह जेल गए थे, वह घर में है।
-जिसके बाद उन्होंने पृथ्वीराज के घर जाकर देखा तो विजय घर में था।
-हरिओम ने इंस्पेक्टर ताजगंज को जाकर मामले की जानकारी दी, लेकिन उन्होंने गंभीरता से नहीं लिया।
-ऐसे में शनिवार को उन्होंने एसएसपी डॉ. प्रीतिंदर सिंह के सामने मामला रखा।
-चचेरे भाई पर संपत्ति विवाद की रंजिश में उनपर झूठा केस दर्ज कर जेल भेजने का आरोप लगाया।
-एसएसपी ने मामले की अग्रिम विवेचना कर मामले में कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।