आगराः ताजनगरी आगरा के नामचीन हॉस्पिटल पर मजदूर युवक का ऑपरेशन कर धोखे से किडनी निकाले जाने का आरोप लगा है। पीड़ित के परिवार का कहना है कि आंत का ऑपरेशन करने के लिए कहा था और बाईं किडनी निकाल ली। इसके बाद उसकी हालत बिगड़ती चली गई और दस दिन बाद उसकी मौत हो गई। उन्हें किडनी चोरी की जानकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हुई।
क्या है पूरा मामला?
-अवदेश (19) मैनपुरी के भोगांव थाना क्षेत्र के जसरथपुर गांव का रहने वाला था।
-9 जून को अवदेश और उसके दोस्त रिंकू का स्कार्पियो से एक्सीडेंट हुआ था।
-रिंकू की मौके पर ही मौत हो गई जबकि अवदेश गंभीर रूप से घायल हो गया था।
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-अवदेश को आगरा के खंदारी के एक हॉस्पिटल में भार्ती कराया गया।
-वहां 12 जून को डॉक्टर ने उसका ऑपरेशन किया।
-ऑपरेशन से पहले कराए गए अल्ट्रा साउंड और अन्य जांचो में दोनों किडनी मौजूद थी।
-अवदेश की तबियत में सुधार देखकर 28 जुलाई को परिजन उसे घर ले गए।
-29 जुलाई को ही अवदेश की हालत बिगड़ने पर उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया।
-डॉक्टर ने आंत का संक्रमण बता कर दुबारा ऑपरेशन करने के लिए कहा।
-2 अगस्त को फिर से अल्ट्रा साउंड कराया गया उस रिपोर्ट में भी दोनों किडनी नार्मल निकली।
-3 अगस्त को ऑपरेशन किया गया उसके बाद अवदेश की तबियत बिगड़ती चली गई।
-12 अगस्त को हॉस्पिटल में ही अवदेश की मृत्यु हो गई।
-मामला रोड एक्सीडेंट का था इसलिए मृतक का पोस्टमार्टम कराया गया।
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पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में हुआ खुलासा
मृतक के भाई राजवीर ने बताया जब उन्होंने 25 अगस्त को बीमा क्लेम के लिए पुलिस से पोस्टमार्टम की रिपोर्ट ली तो उनके होश उड़ गए क्योंकि इस रिपोर्ट के अनुसार मृतक अवदेश की बाईं किडनी गायब थी। परिजनों का आरोप है कि किडनी ऑपरेशन के दौरान धोखे से निकाली गई है। उन्हें इसकी कोई जानकारी डॉक्टर ने नहीं दी और न ही मेडिकल रिपोर्ट में इसका कोई जिक्र था।
नहीं की गई रिपोर्ट दर्ज
मृतक के भाई राजवीर का कहना है की किडनी चोरी की रिपोर्ट मैनपुरी के भोगांव थाने पर दी तो पुलिस ने यह कहकर लौटा दिया की मामला आगरा का वहीं दर्ज होगा। आखिरकार वह फिर आगरा पुलिस के यहां गुहार लगाने आया है।
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क्या कहना है अधिकारियों का?
सीएमओ बीएल यादव ने बाताया अभी मुझे कोई शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलने पर जांच कराई जाएगी। वहीं एडीएम सिटी धर्मेन्द्र सिंह ने बताया कि मामले को प्रशासन स्वयं संज्ञान में लेगा।