लखीमपुर खीरी: डीएम किंजल सिंह को हटाने की मांग को लेकर दुधवा नेशनल पार्क के कर्मचारियों की चल रही हड़ताल और फिर राजधानी में उनके प्रदर्शन से डीएम की खूब फजीहत हो रही है। इससे बौखलाई डीएम ने कर्मचारियों से निपटने के लिए नया हथकंडा अपनाया है। अब उन्होंने थारू महिलाओं को अपना ढाल बनाकर वन विभाग कर्मियों के खिलाफ उतारा है। फेडरेशन ऑफ फारेस्ट एसोसिएशन ने यह आरोप लगाते हुए सीएम, वन मंत्री और विभागीय प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर इससे अवगत कराया है।
-newztrack.com के पास इससे जुड़ा वीडियो है। इसमें थारू महिलाओं को वन विभाग के कर्मचारियों के खिलाफ प्रदर्शन के लिए उकसाया जा रहा है।
-इसमें एक व्यक्ति महिलाओं और बच्चों के समूह को संबोधित करते हुए कह रहा है, ''जब मैं कहूंगा वन विभाग की क्या दवाई तो कहना जूता, चप्पल और पिटाई।''
भड़काया जा रहा है साजिश के तहत
-फेडरेशन ऑफ फॉरेस्ट एसोसिएशन का कहना है कि डीएम की शह पर ही इन थारू महिलाओं और बच्चों को भड़काया जा रहा है।
-सोमवार दोपहर करीब एक बजे भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय मार्ग पर स्थित वन बैरियर पर प्रदर्शन इसी का परिणाम है।
-डीएम किंजल सिंह ने अपने बचाव के लिए शनिवार को साजिश कर फील्ड डायरेक्टर दुधवा टाइगर रिजर्व के साथ समझौता किया।
-जब एसोसिएशन और दुधवा की सभी संघ यूनिट ने इसका खंडन किया तो इससे वह आक्रोशित हो उठीं।
-एसडीएम पलिया और परियोजना अधिकारी चंदौली के साथ मिलकर अपने गोद लिए थारू गांवों की महिलाओं को सोमवार को साइकिल वितरण के नाम पर चंदन चौकी में बुलाया और उन्हें गुमराह कर भड़काया गया।
डीएम से नहीं हो पाई बात
-इस मुद्दे पर newztrack.com ने डीएम किंजल सिंह से बात करनी चाही। उन्हें दो बार फोन किया गया, लेकिन उन्होंने रिसीव नहीं किया।
-इसके बाद उन्हें एसएमएस भी भेजा गया, लेकिन इसका भी जवाब हमें नहीं मिला है।