किसान प्रदर्शनकारियों और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प, जानिए पूरा वाकया
कृषि कानून को लेकर आज सात महीने से किसान दिल्ली से सटे गाजीपुर बार्ड़र पर ड़टे हुए हैं और सरकार से ये मांग कर रहे है कि जब तक ये तीनों कृषि कानून सरकार वापस नहीं लेती तब तक हमलोग यहां से नहीं हटेंगे। इसी बीच कई दफा हिंसक झड़प की भी खबर आई थी तो कभी नजदीक के गांववालों के साथ मरापीट की भी खबर आई थी लेकिन पुलिस प्रशासन के सुझबुझ व तत्काल दखल से कोई बड़ा घटना नहीं हो पाई।
कृषि कानून को लेकर आज सात महीने से किसान दिल्ली से सटे गाजीपुर बार्ड़र पर ड़टे हुए हैं और सरकार से ये मांग कर रहे है कि जब तक ये तीनों कृषि कानून सरकार वापस नहीं लेती तब तक हमलोग यहां से नहीं हटेंगे। इसी बीच कई दफा हिंसक झड़प की भी खबर आई थी तो कभी नजदीक के गांववालों के साथ मरापीट की भी खबर आई थी, लेकिन पुलिस प्रशासन के सूझबूझ व तत्काल दखल से कोई बड़ा घटना नहीं हो पाई।
आज फिर एक मामला सामने आया है कि भाजपा के नेता व नवनियुक्त प्रदेश मंत्री अमित वाल्मीकि के स्वागत के लिए लोग दिल्ली-यूपी हाइवे इकट्ठे थे और किसी बात को लेकर प्रदर्शकारियों और कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प व कहासुनी हुई फिर पुलिस घटनास्थल के पास पहुंचकर मामला को शांत कराया।
भाजपा कार्यकर्ता और किसानों के बीच मारपीट हुई
आपको बता दें कि कृषि कानून के विरोध में बीते सात महीने से दिल्ली की तमाम सीमाओं समेत यूपी गेट पर प्रदर्शन कर रहे किसानों की झड़प भाजपा समर्थकों से हो गई। बुधवार सुबह यूपी गेट पर किसान आंदोलन स्थल के अंदर भाजपा कार्यकर्ता पहुंच गए, जिसके बाद उनके और किसानों के बीच मारपीट हो गई।
हंगामे की सूचना मिलते ही भारी पुलिस बल मौके पर पहुंची है। खबर ये भी है कि इस घटना में भाजपा कार्यकर्ताओं की गाड़ी तोड़ी गई है। इस घटना के बाद गाजियाबाद एसएसपी कार्यालय पर भाजपाइयों ने जाम लगा दिया है। कहा जा रहा है कि किसानों द्वारा भाजपाइयों की गाड़ी में तोड़फोड़ करने के विरोध में ये जाम लगाया गया है।
अमित वाल्मीकि का स्वागत के लिए खड़े थे कार्यकर्ता
भाजपा के नवनियुक्त प्रदेशमंत्री अमित वाल्मीकि का स्वागत करने के लिए कार्यकर्ता दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर खड़े थे। आराेप है कि दिल्ली से गाजियाबाद वाली लेन पर वाहनों का काफिला जब किसानों के मंच के सामने पहुंचा तो किसानों और भाजपाइयों में नोकझोंक हो गई। किसानों का आरोप है कि भाजपाइयों ने उन्हें अपशब्द कहे, जबकि भाजपाइयों का आरोप है कि किसानों ने अभद्रता की है। भाजपाइयों का आरोप ये भी है कि किसानों ने उनके खिलाफ नारेबाजी की और कुछ गाड़ियों में ताेड़फाेड़ की। अब मामले में भाकियू की तरफ से भी पुलिस को शिकायत दी जा रही है।