LULU Mall: क्यों युसूफ अली अपने मॉल का नाम रखते हैं LULU, जानिए कहां से आया यह शब्द

LULU Mall: लुलु शब्द पहली बार सुनकर आपको अजीब लगा होगा, लेकिन हैरान न हों ये एक अरबी शब्द है। अरबी में लुलु का मतलब होता है मोती। इसी के नाम पर ग्रुप का नाम पड़ा है।

Update: 2022-07-12 11:31 GMT

LULU Mall लखनऊ: Design Photo - Social Media

Lucknow: राजधानी लखनऊ में खुला लुलु मॉल (LULU Mall) इन दिनों अपनी भव्यता को लेकर सुर्खियों में है। मॉल की तस्वीरें इंटरनेट पर काफी वायरल हो रही है। उद्घाटन के साथ ही इसने दिल्ली (Delhi) एनसीआर (NCR) और उत्तर भारत में पहले से मौजूद मॉल्स को खूबसूरती और भव्यता के मामले में पीछे छोड़ दिया है। इसे देश का सबसे बड़ा मॉल भी बताया जा रहा है। सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) द्वारा उद्घाटन किए जाने के बाद सोमवार 10 बजे से इसे आम जनता के लिए खोल दिया गया।

लुलु मॉल की विशेषताएं

2 हजार करोड़ रूपये की लागत से बना लुलु मॉल 11 एकड़ में फैला हुआ है। इसमें एक साथ 50 हजार लोग शॉपिंग कर सकते हैं और 16 हजार लोग फूड कोर्ट में एक साथ बैठकर खाना खा सकते हैं। मॉल के अंदर पार्किंग का विशेष ध्यान रखा गया है, इसमें तीन हजार से अधिक वाहन मल्टी लेवल पार्किंग में पार्क किए जा सकते हैं। यहां सैंकड़ों की संख्या में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स है। इसके अलावा साल के अंत तक 11 स्क्रीन वाला पीवीआर सुपरप्लेक्स (PVR Superplex) लॉन्च कर दिया जाएगा।

कहां से आया लुलु शब्द ? (Where did the word Lulu come from?)

लुलु शब्द पहली बार सुनकर आपको अजीब लगा होगा, लेकिन हैरान न हों ये एक अरबी शब्द है। अरबी में लुलु का मतलब होता है मोती। इसी के नाम पर ग्रुप का नाम पड़ा है।

कौन है लुलु ग्रुप का मालिक ? (Who is the owner of Lulu Group?)

यूसुफ अली एमए लुलु ग्रुप के मालिक हैं। कंपनी का मुख्यालय यूएई स्थित आबूधाबी है। केरल से आने वाले अली अब यूएई के नागरिक हैं। उन्होंने साल 2000 में लुलु सुपरमार्केट की स्थापना की थी। उनका ग्रुप वर्तमान में वेस्ट एशिया, अमेरिका और यूरोप के 22 देशों में कारोबार कर रहा है। कंपनी का सालाना टर्नओवर 8 अरब डॉलर का है। उन्होंने करीब 57 हजार लोगों को रोजगार दिया है। यूसुफ अली यूएई में रहने वाले भारत के सबसे अमीर एनआरआई हैं।

भारत से अब भी है खासा लगाव

15 नवंबर 1955 को केरल के त्रिशूर में जन्मे यूसुफ अली ने भले 1973 में ही देश को छोड़ दिया हो, लेकिन उनका भारत से लगाव बरकरार रहा। भारत में जब भी प्राकृतिक आपदा के रूप में कोई मुसीबत आई, वे मदद को आगे आए। गुजरात में आए भुकंप से लेकर सुनामी और केरल में बाढ़ तक के लिए उन्होंने कई बार बड़ी धनराशि सहायता के तौर पर जारी की।

अली भारत में भी अपने व्यापार को बढ़ाने में जुटे हुए हैं। लखनऊ से पहले उन्होंने कोच्चि, बेंगलुरू और तिरुवनंतपुरम में मॉल खोले। लखनऊ के नए भव्य मॉल से पहले कोच्चि के मॉल भारत में लुलु ग्रुप का सबसे बड़ा मॉल था। इसके अलावा कंपनी पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी और एक अन्य जगह मॉल बनाने जा रही है।

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