Chitrakoot News: घर-घर रही जन्माष्टमी की धूम, आधी रात को जन्मे कान्हा

Chitrakoot News: धर्मनगरी स्थित बांके विहारी मंदिर समेत अन्य मठ-मंदिर भव्य तरीके से सजाए गए थे। शाम होते ही भजन-कीर्तन का दौर चला। आधी रात तक ढोलक-मजीरों की थाप भजन चले।

Update:2023-09-07 21:26 IST

(Pic: Newstrack)

Chitrakoot News: भगवान राम की तपोभूमि धर्मनगरी चित्रकूट में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की दूसरे दिन गुरुवार को धूम रही। लोगों ने जन्माष्टमी का व्रत रखा। घर-घर भगवान की भव्य झांकी सजाई गई। धर्मनगरी स्थित बांके विहारी मंदिर समेत अन्य मठ-मंदिर भव्य तरीके से सजाए गए थे। शाम होते ही भजन-कीर्तन का दौर चला। आधी रात तक ढोलक-मजीरों की थाप भजन चले। जिला कारागार, पुलिस लाइन, थाना-चौकियों समेत घर-घर आधी रात को भगवान का जन्म होने पर शंख, घटा, घड़ियाल के साथ जयकारे गूंज उठे। लोगों ने विधि-विधान के साथ पूजन कर व्रत का पालन किया।

मंदिरों में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी

जन्माष्टमी को लेकर पहले से ही तैयारियां कर ली गई थी। धर्मनगरी स्थित बांके विहारी मंदिर को भव्य तरीके से सजाया गया था। यहां पर गुरुवार को पूरे दिन दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी रही। शाम होते ही भजन कीर्तनों का दौर शुरु हो गया। इसी तरह सभी मठ-मंदिरों को भी सजाया गया था। शहर से लेकर गांवों तक लोगों ने जन्माष्टमी का व्रत रखा। घरों में पूजा की तैयारियां की गई थी। भगवान की भव्य झांकियां सजाई गई। जिला कारागार में बैरक के भीतर आधी रात तक भजनों का दौर चला। 750 बंदियों ने व्रत रखकर विधि-विधान से पूजा किया। जेल अधीक्षक शशांक पांडेय, जेलर राजीव सिंह ने व्रत रखने वाले बंदियों को फलाहार का इंतजाम कराया।

पुलिस लाइन में हुए भव्य आयोजन

पुलिस लाइन में भी जन्माष्टमी में भव्य आयोजन हुए। सभी थाना-चौकियों में भजन-कीर्तनों का दौर चला। एसपी वृंदा शुक्ला, सीओ राजापुर निष्ठा उपाध्याय, एडीएम न्यायिक वंदिता श्रीवास्तव, महिला थाना प्रभारी शालिनी सिंह भदौरिया आदि ने भी कार्यक्रम में पहुंचकर सहभागिता निभाई। आधी रात ठीक 12 बजे भगवान के जन्म लेते ही शंख, घटा, घडियाल की गूंज उठी और लोगों ने भगवान के जयकारे लगाए। नंद घर आनंद भयो, जय कन्हैयालाल की गीत के साथ विधि-विधान से लोगों ने पूजन-अर्चन किया। इसके बाद व्रत का पारण हुआ।


कामदनाथ मंदिर में भजन-कीर्तनों की रही धूम

कामदनाथ प्रमुख द्वार मंदिर में सुबह से ही श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव की धूम रही। मंदिर में बिराजे भगवान कामदनाथ एवं श्रीराम दरबार में बिराजी राम-जानकी की मूर्तियों का भव्य श्रृंगार किया गया। दर्शन कर कामदगिरि परिक्रमा के लिए भक्तों की भीड़ लगी रही। संतों ने पूजन-अर्चन कर ‘हरे कृष्णा हरे राम’ का संकीर्तन किया। मंदिर के व्यवस्थापक संत मदनदास महाराज ने कहा कि योगेश्वर श्रीकृष्ण का अवतार मानव समाज को यह प्रेरणा देता है कि ईश्वर उन्हीं के रथ के सारथी बनते हैं, जो धर्म और न्याय के रास्ते पर चलते हैं। विधर्मी भले ही कौरवों जैसे शक्तिशाली हों, वह धार्मिक शक्तियों के सामने टिक नहीं सकते। इस दौरान संत ओंकारदास, नंदकिशोर दास, संतसखा दास, नागा नरसिंह दास, मोहनदास आदि मौजूद रहे।

छोटे कान्हा ने लोगों का मन मोहा

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मंदिरों मे धूमधाम से मनाया गया। आधी रात को ठीक 12 बजते ही ‘नंद के घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल’ की गूंज उठी। घंटे-घड़ियाल से मंदिर परिसर गुंजायमान हो गए। बाजार स्थित हनुमान मंदिर में जन्माष्टमी को लेकर लोगों में काफी उत्साह रहा। मंदिरों में श्रीकृष्ण के रूप में सजे छोटे बच्चों ने कान्हा बनकर सभी का मनमोह लिया। व्रत रखने वाले भक्तों ने मध्य रात्रि भगवान को भोग लगाकर प्रसाद व चरणामृत लेकर पारण किया।

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