Lakhimpur Kheri Hinsa: लखीमपुर हिंसा के आरोपी आशीष मिश्रा को जमानत, विपक्ष हुआ हमलावर
Lakhimpur Kheri Hinsa: इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने लखीमपुर खीरी हिंसा में शामिल आशीष मिश्रा उर्फ मोनू को गुरुवार को जमानत दे दी है।
Lakhimpur Kheri Hinsa: इलाहाबाद उच्च न्यायालय (Allahabad High Court) की लखनऊ पीठ ने लखीमपुर खीरी जिले (Lakhimpur Kheri) में चार किसानों और एक पत्रकार की हत्या (Kisano Ki Maut) के आरोपी केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा (Ajay Mishra Teni) के बेटे आशीष मिश्रा उर्फ मोनू (Ashish Mishra) को गुरुवार को जमानत दे दी। आशीष मिश्रा इस मामले में जमानत पाने वाले दूसरे आरोपी हैं। कार से कुचल कर पांच लोगों की जान लेने वाली यह लोमहर्षक घटना गत वर्ष हुई थी।
लखीमपुर- खीरी से मिली रिपोर्ट के मुताबिक, तिकोनिया कांड (Tikonia Kand) के मुख्य आरोपी आशीष मिश्र को जमानत (Ashish Mishra Ko Jamanat) मिलने के बाद उनकी लखीमपुर खीरी जेल (Lakhimpur Kheri Jail) से रिहाई का मार्ग प्रशस्त हो गया है। कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद जल्द ही वह रिहा कर दिये जाएंगे।
हाईकोर्ट ने मंजूर की जमानत
लखीमपुर खीरी की निचली और सत्र अदालत द्वारा उनकी याचिका खारिज किए जाने के बाद आशीष की जमानत याचिका इलाहाबाद उच्च न्यायालय में दायर की गई थी। पिछले महीने हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने याचिका पर सुनवाई के बाद अपना आदेश सुरक्षित रख लिया था। अतिरिक्त महाधिवक्ता विनोद कुमार शाही ने कहा, न्यायमूर्ति राजीव सिंह (Justice Rajiv Singh) ने गुरुवार को आदेश सुनाया और आशीष मिश्रा को जमानत दे दी।
बीजेपी पर हमलावर हुआ विपक्ष
वहीं, दूसरी ओर उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान अंतिम चरण में पहुंच चुका है। इस बीच लखीमपुर खीरी हिंसा कांड में जेल में बंद केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को मिली जमानत ने सियासत को गरमा दिया है। आशीष मिश्रा को आज ही इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत मिली है। आशीष मिश्र के जमानत को लेकर विपक्ष बीजेपी पर हमलावर हो चुका है। सुहेलदेव समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष औऱ पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने टेनी के बेटे को मिली जमानत पर बीजेपी को कटघरे में खड़ा किया है।
ब्राह्मण वोटों के लिए कराया जमानत
सपा के साथ गठजोड़ कर चुनाव मैदान में उतरे सुभासपा सुप्रीमों ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी को पता है कि वो चुनाव हार रही है। लिहाजा ब्राह्मण वोटों को पाने के लिए उसने केंद्रीय मंत्री टेनी के बेटे आशीष मिश्र को अदालत से जमानत दिलवाया है। वो इस बहाने ब्राह्मण वोटों को साधने की कोशिश कर रही है। दरअसल लखीमपुर खीरी और उसके आसपास ब्राह्मण समुदाय का अच्छा खासा वोट है। इसी समीकरण को ध्यान में रखते हुए लखीमपुर खीरी से सासंद अजय मिश्रा टेनी को मोदी कैबिनेट में शामिल करवाया गया।
जमानत पर प्रियंका गांधी भी बोल चुकीं हैं हमला
आशीष मिश्रा की जमानत ने पहले से ही विधानसभा चुनाव को लेकर गरमाई यूपी की सियासत में भूचाल ला दिया। लखीमपुर खीरी कांड को लेकर पहले से ही निशाने पर रही बीजेपी पर अब विपक्ष का प्रहार औऱ तीखा हो गया। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने केंद्रीय मंत्री टेने के बेटे और खीरी कांड के अभियुक्त आशीष मिश्रा के जमानत पर सीधा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला। उन्होंने कहा, मैं पीएम मोदी से पूछना चाहती हूं कि कोई नैतिकता है या नहीं? इसके अलावा उन्होंने केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के उनके कैबिनेट में बने रहने पर भी पीएम मोदी को आड़े हाथों लिया है।
क्या है लखीमपुर खीरी कांड (Lakhimpur Kheri Kand)
3 अक्टूबर 2021 को किसान आंदोलन के दौरान लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में प्रदर्शन कर किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी गई। गाड़ी केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा का था। इस घटना में 8 लोगों की मौत हुई थी। आरोप है कि आशीष मिश्रा ने प्रदर्शन कर रहे किसानों पर अपनी गाड़ी चढा दी। मामले की जांच के लिए बनी एसआईटी ने आशीष मिश्रा को इस घटना का मुख्य आरोपी माना। इसके बाद से ही केंद्रीय गृहराज्य मंत्री के पद पर काबिज आशीष मिश्रा के पिता अजय मिश्रा टेनी को कैबिनेट से बर्खास्त करने की मांग जोर पकड़ने लगी। कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों ने पीएम मोदी से टेनी को पद से बेदखल करने की मांग की लेकिन टेनी पद पर बने रहे। हालांकि बीजेपी ने विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए उन्हें अपना स्टार प्रचारक नहीं बनाया है।
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