Lakhimpur Kheri News: गणना कार्यालय में चल रहा था वसूली का खेल! वायरल चैट से लग रहे आरोप
Lakhimpur Kheri News: वायरल चैट से खुली पोल तो धूमिल हुई छवि को बचाने की शुरू हुई कवायद।
Lakhimpur Kheri News: पुलिस लाइन के गणना कार्यालय से ड्यूटी के नाम पर वसूली का खेल काफी समय से चल रहा था। सूत्रों के मुताबिक एकत्र होने वाली रकम का हिस्सा पुलिस लाइन के कुछ अफसरों को भी जाता था। कथित वायरल चैट से वसूली का खेल सामने आने के बाद अधिकारियों के भी चेहरे पर कार्रवाई का खौफ साफ झलक रहा है। माना जा रहा है कि यदि पूरे मामले की ठीक ढंग से जांच हो तो कई अधिकारियों के चेहरे बेनकाब होंगे। पुलिस लाइन के गणना कार्यालय में ड्यूटियों को लेकर वसूली का खेल कोई नया नहीं है। यह खेल काफी लंबे अरसे से होता चला आ रहा था।
गणना कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि गणना कार्यालय से ही पुलिस लाइन में तैनात पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई जाती है। बाहर से जब ड्यूटी आती है तो गणना कार्यालय ही ड्यूटियां लगाता है। यहां तैनात कुछ कर्मचारी गारद, क्वार्टर गार्ड, इमरजेंसी ड्यूटी, मुजरिम ड्यूटी, परेड ड्यूटी आदि को लेकर खूब खेल करते हैं। ड्यूटी कटवाने से लेकर मनचाही ड्यूटी लगाने को लेकर अलग-अलग रेट भी तय कर रखे थे। सूत्र बताते हैं कि पुलिस लाइन के सिपाही हो या थाने से। गणना कार्यालय आने पर उनका काम बिना किसी चढ़ावे के नहीं होता था। रवानगी के नाम पर भी एक हजार से लेकर 1500 रुपये तक की वसूली की जाती थी। बिना रुपये रवानगी कराने के लिए सिपाही से लेकर दरोगाओं तक को गणना कार्यालय से लेकर अफसरों तक कई चक्कर काटने पड़ते थे।
इसके बाद भी उनकी रवानगी नहीं हो पाती थी। दिन भर में वसूली गई रकम का हिस्सा पुलिस लाइन के कुछ अफसरों को भी जाता था। शायद यही वजह थी कि कुछ अफसर जानकर भी अनजान बने हुए थे। शुक्रवार को कथित तौर पर गणना कार्यालय के दो हेड कांस्टेबल एचसीपी दयाशंकर और पवन के बीच कथित वायरल चैट से जहां वसूली का खेल खुलकर सामने आ गया है। वहीं इस खेल में शामिल कुछ अफसरों के माथे पर पसीना बहने लगा है। उन्हें अब कार्रवाई का डर सता रहा है। माना जा रहा है कि यदि वसूली के इस खेल की ठीक ढंग से उच्चस्तरीय ठीक जांच हो जाए तो इस खेल में शामिल पुलिस लाइन के कुछ अफसरों के चेहरे भी बेनकाब हो जाएंगे। बताया जाता है कि अधिकारी की कथित चैट वायरल होने के बाद आरोपी दोनों हेड कांस्टेबलों को गणना कार्यालय से हटाकर पुलिस की छवि और खेल में शामिल कुछ अफसरों को बचाने की भी कवायद शुरू कर दी है। वसूली का खेल उजागर होने पर अधिकारी भी चुप्पी साधे हुए हैं। कोई कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।
जानिए क्या है इस कथित वायरल चैट में
शुक्रवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुई व्हाट्सएप की कथित चैट पुलिस लाइन में तैनात हेड कांस्टेबल एचसीपी दयाशंकर और पवन के बीच बताई जाती है। चैट में सिपाहियों से वसूली की बात भी की जा रही है। साथ ही महिला सिपाही के लिए भी आपत्तिजनक शब्द लिखे गए हैं। खास बात यह है कि इस चैट के साथ पुलिस महानिदेशक के नाम एक शिकायती पत्र भी वायरल किया गया है, जिसमें लिखा गया है कि सिपाहियों के साथ ड्यूटी लगाने में भेदभाव किया जा रहा है। रुपये की वसूली भी बात की जा रही है, मगर इस पत्र पर किसी भी सिपाही के हस्ताक्षर नहीं है।
सर्विलांस पर लगे 10 पुलिसकर्मियों के मोबाइल फोन
लखीमपुर खीरी, पुलिस लाइंस के गणना कार्यालय के दो हेड कांस्टेबल का कथित व्हाट्सएप चैट प्रसारित होने के बाद अधिकारी सकते में आ गए हैं। वायरल चैट का पता लगाने के लिए एसपी गणेश प्रसाद साहा के निर्देश पर गणना कार्यालय के 10 पुलिसकर्मियों के मोबाइल फोन जब्त कर उन्हें सर्विलांस पर लगाया गया है ताकि इस खेल में कौन-कौन लोग शामिल हैं और चैट को किसने वायरल किया है, यह पता लगाया जा सके। पूरे प्रकरण की जांच सीओ सिटी संदीप सिंह कर रहे हैं। विभागीय सूत्रों के मुताबिक जिन आरक्षियों के बीच मोबाइल फोन का कथित चैट बताया जा रहा है। सर्विलांस पर जांच के दौरान इसकी पुष्टि नहीं हुई है। अब यह पता लगाया जा रहा है कि पुलिस की छवि धूमिल करने के लिए यह कृत्य किसने किया है। जांच प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए 10 से 12 पुलिसकर्मियों के मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं। उन्हें सर्विलांस पर लगा दिया गया है। अभी इस मामले की जांच जारी है। हालांकि अफसर इस मामले को लेकर अभी कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं। एएसपी नेपाल सिंह का कहना है कि अभी मामले की जांच सीओ सिटी कर रहे हैं। जांच पूरी होने पर ही कुछ बताया जा सकता है।