लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय की लॉ विभाग की परीक्षार्थी हिन्द कालेज की सर्वेसर्वा डॉक्टर ऋचा मिश्रा और विश्वविधालय के प्रोफेसर आर के सिंह और अशोक सोनकर शिक्षकों के बीच हुई बातचीत का ऑडियो बुधवार को वायरल हो गया। इस ऑडियो में ऋचा मिश्रा परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों के बारे में जानकारी मांग रही है। वहीं, दूसरी ओर से प्रोफेसर के द्वारा सवाल बताए जा रहे हैं।
जितना भी खर्चा होगा कर दिया जाएगा
एक ऑडियो में तो परीक्षा केन्द्र पर अलग से बैठाने जैसी व्यवस्था के लिए पैसा तक ऑफर किया गया है। जिसके बाद परीक्षार्थी की ओर से कहा जाता है कि जितना भी खर्चा होगा कर दिया जाएगा। इस ऑडियो के सामने आते ही लविवि में हड़कंप मच गया। जिसके बाद विशवविधालय प्रशासन के द्वारा आनन-फानन में जांच शुरू कर दी गई।
वायरल हुई ऑडियो के कुल सात ऑडियो क्लिप सामने आए हैं। जिसमें एक ऑडियो परीक्षा क्लिप शुरू होने के दो दिन पहले का बताया जा रहा है। इनमें अलग-अलग शिक्षकों से बात की गई है। बातचीत के दौरान लखनऊ विश्वविद्यालय के विधि संकाय के वरिष्ठ शिक्षकों के नाम भी लिए गए हैं।वही परीक्षार्थी डॉक्टर ऋचा मिश्रा का कहना है कि उन्होंने सिर्फ परीक्षा में पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण प्रश्नों की जानकारी के लिए फोन किया था। ‘पेपर लीक’ या पैसे देने जैसे आरोप पूरी तरह से निराधार हैं। उसने ऑडियो की आवाज पहचानने से ही इनकार कर दिया है।
ये भी पढ़ें—बेटी का ‘नागरिकता’ रखा है नाम, इसके होने से मिली हिंदुस्तानी होने की पहचान
https://www.facebook.com/newstrack/videos/1041111149594660/
परीक्षार्थी ऋचा मिश्रा ने दावा किया है कि
आपको बता दें कि परीक्षार्थी ऋचा मिश्रा ने दावा किया है कि वह शहर के एक निजी प्रतिष्ठित अस्पताल की संचालिका है। विश्वविद्यालय प्रशासन की शुरुआती जांच में पता चला है कि परीक्षार्थी ने चिनहट के मल्हौर क्षेत्र में संचालित एक लॉ कॉलेज से पंजीकरण कराया है।
फिलहाल एलएलबी 3 सेमेस्टर की परीक्षार्थी है। बीती 2 दिसम्बर को इसकी शुरुआत हुई है। पहला पेपर दो दिसम्बर को ह्यूमन राइट्स का था। 10 दिसम्बर यानी बुधवार को लेबर लॉ-1 का पेपर हुआ। यह परीक्षा 19 दिसम्बर तक होगी। ऑडियो में ह्यूमन राइट्स, प्रॉपर्टी लॉ, कॉमर्शियल लॉ और लेबर लॉ-1 तक के पेपरों का जिक्र किया गया है। लखनऊ विश्वविद्यालय से संबद्ध करीब 20 कॉलेजों में इस पाठ्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। 1.57 मिनट के पहले ऑडियो में परीक्षार्थी बोल रही है कि, ‘ लेबर लॉ का पेपर होना है। इसके सवाल बता दीजिए। दूसरी तरह से एक मोबाइल नम्बर दिया गया। दावा किया है कि इन्होंने ही पेपर बनाया है। बातचीत के दौरान कहा गया कि कॉमर्शियल लॉ में जो सवाल बताए गए उतने आए नहीं। जवाब मिला,‘उनके सेट का पेपर नहीं पूछा गया होगा।’
ये भी पढ़ें—अभी-अभी पलटी बस: खींच कर निकाले गए लोग,16 मतदान कर्मी घायल, EVM भी टूटीं
आडियो वायरल
1.55 मिनट के इस ऑडियो में परीक्षार्थी ने अपना नाम बताया। सर का धन्यवाद किया। बोली कि जो भी आपने बताया था वही सवाल पूछे गए। इस ऑडियो में विधि संकाय के कई वरिष्ठ शिक्षकों के भी नाम लिए गए हैं। 2.52 मिनट के इस ऑडियो में विभाग के एक वरिष्ठ शिक्षक का रेफरेंस देकर बात की गई। प्रॉपटी लॉ से जुड़े सवाल पूछे गए हैं। पूरी तरह से एक व्यक्ति कई यूनिट्स के सेक्शन बताते हुए सुनाई दे रहा है।
ऑडियो 2.25 मिनट का है। इसमें परीक्षार्थी की ओर से बताया गया है कि पेपर सोमवार 2 से 5 बजे के बीच है। अलग से बैठने की व्यवस्था करा दें। पैसा जो भी होगा दे दिया जाएगा। इसमें, विश्वविद्यालय के कई वरिष्ठ अधिकारियों की पहचान और नाम का इस्तेमाल किया गया। यह सबसे लम्बा 8.28 मिनट का ऑडियो है। इसमें, दूसरी तरफ एक व्यक्ति बोल रहा है कि हम आपना सेट तो दे देंगे। मनाइए कि यह सेट ही आपके पास आए। उसके बाद यह व्यक्ति कई प्रश्न बताते हुए सुनाई दे रहा है।
ये भी पढ़ें—राम मंदिर पर बड़ी खबर: अब निर्मोही अखाड़े ने भी दाखिल की पुनर्विचार याचिका
मामला प्रकाश में आने के बाद लविवि के कुलपति एसके शुक्ला ने प्रेस कांफ्रेंस कर मामले में दोषी पाए गए प्रोफेसर आर के सिंह और अशोक सोनकरको को तत्काल स्सपेंड कर दोषी पाए गए सिटी कॉलेज पर 5 लाख रुपए का जुर्माना लगाते हुए एलएलबी 3 सेमेस्टर के सभी एग्जाम हुए कैंसल कर दिया है।लविवि ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि इस पूरे मामलें को गंभीरता से लेते हए रिचा मिश्रा एवम सिटी कॉलेज के ऊपर होगी एफ आई आर की जायेगी और भविष्य में सिटी कॉलेज सेंटर नही बनाया जाएगा। एसके द्विवेदी और चमन मल्होत्रा की कमेटी साथ ही पूरे मामले की जाँच सीबीसीआईडी से कराए जाने की बात कही गयी है।