विधान परिषद चुनाव: मकर संक्रांति पर बीजेपी करेगी MLC के नामों की घोषणा
विधानसभा उपचुनाव और यूपी विधान परिषद के शिक्षक और स्नातक सीटों में मिली जीत से लबरेज भाजपा अब एक बार रिक्त पड़ी विधानपरिषद की 12 सीटों पर अपना परचम लहराने को तैयार है। इस चुनाव के लिए अन्य दलों के मुकाबले ज्यादा उत्साहित दिख रही भाजपा मकर संक्राति के दिन अपने प्रत्याशियों के नामों का एलान करेगी।
लखनऊ: विधानसभा उपचुनाव और यूपी विधान परिषद के शिक्षक और स्नातक सीटों में मिली जीत से लबरेज भाजपा अब एक बार रिक्त पड़ी विधानपरिषद की 12 सीटों पर अपना परचम लहराने को तैयार है। इस चुनाव के लिए अन्य दलों के मुकाबले ज्यादा उत्साहित दिख रही भाजपा मकर संक्रांति के दिन अपने प्रत्याशियों के नामों का एलान करेगी। प्रत्याशियों के नाम लगभग फाइनल हो चुके हैं, बस केन्द्र से हरी झंडी मिलने का इंतजार है।
हाईकमान के पास पहुंच चुकी है प्रत्याशियों की सूची
विधानपरिषद के लिए इन दिनों भाजपा के कई नेता और पूर्व विधायक समेत मीडिया पैनल के सदस्य बडे़ नेताओं के चक्कर लगा रहे हैं। हांलाकि प्रत्याशियों की सूची हाईकमान के पास पहुंच चुकी है पर भाजपा अंतिम समय भी कई बार अपनी रणनीति में बदलाव करती आई है। कई बार ऐसा भी हुआ है कि नामांकन तिथि के एक दिन पूर्व ही वह अपने प्रत्याषियों के नामों का एलान करती रही है।
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सोमवार को शुरू हो चुकी है नामांकन की प्रक्रिया
बताते चलें कि विधानपरिषद चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया सोमवार को शुरू हो चुकी है जो 18 जनवरी तक चलेगी। इन सीटों पर 28 जनवरी को मतदान होगा। मतदान को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 18 जनवरी, नामांकन पत्रों की जांच 19 जनवरी को व नाम वापसी की अंतिम तारीख 21 जनवरी है।
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विधायकों की संख्या व मतदान प्रक्रिया के आधार पर उच्च सदन में भारतीय जनता पार्टी 10 और समाजवादी पार्टी एक सीट जीत सकती है। ऐसे में बचे विधायकों को लेकर भाजपा सहयोगी दल की मदद से 11वें प्रत्याशी पर दांव खेल सकती है। अब सबकी निगाहें 12वें नाम पर है। इसके साथ ही जोड़तोड़ की राजनीति के बूते समाजवादी पार्टी अपना दूसरा उम्मीदवार जिता सकती है। राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा है कि भाजपा विपक्ष का समीकरण बिगाड़ने के लिए अपना 11वां प्रत्याशी भी उतार सकती है। और ऐसे में अगर बसपा ने भी अपना उम्मीदवार उतारा तो 12वीं सीट की लड़ाई दिलचस्प हो सकती है।
श्रीधर अग्निहोत्री