लखनऊ में डॉक्टर की लापरवाही से युवक की मौत, परिवार ने लगाए संगीन आरोप
29 साल के एक युवक की डॉक्टर की लापरवाही की वजह से मौत हो गई। परिजनों ने डॉक्टर और अस्पताल पर संगीन आरोप लगाए है।
लखनऊ : एक समय था कि जब डॉक्टरों(Doctors) को इंसान नहीं, भगवान के रूप में मानते थे। आज यह डॉक्टर हैवान बन चुके हैं जिनको सिर्फ पैसा ही दिखता है इंसान नहीं । डॉक्टरों की हैवानियत से जुड़ा मामला लखनऊ (Lucknow) के एक अस्पताल का है। जहां 29 साल का एक युवक डॉक्टर की लापरवाही के कारण जिंदगी से हाथ धो बैठा।
इस मामले से जुड़ा एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें उनसे पूछा गया कि पेसेंट कोरोना पॉजिटिव थे या नहीं। आप जवाब में साफ सकते हैं कि अस्पताल के प्रबंधक डॉ वीरेंद्र कुमार कह रहे हैं कि कोरोना पॉजिटिव कि रिपोर्ट मांगोगे तो मृत्यु प्रमाण पत्र में कोरोना पॉजिटिव दिखा दूंगा, फिर तुमको लाश की शक्ल तक देखने को नहीं मिलेगी, ना ही अंतिम संस्कार कर पाओगे, हमारे यहां बिना रिपोर्ट कराएं कोविड-19 के मरीजों का इलाज शुरू कर दिया जाता है।
लापरवाही से हुई मौत, परिजनों का आरोप
यह मामला 29 साल के अंकित वर्मा जो कि लखनऊ में रहते थे डॉक्टर उसे 19 अप्रैल से कोविड वार्ड में जबरिया भर्ती रखे थे, बिना जांच रिपोर्ट कराए, कोविड के 3 रेमडेसिविर इंजेक्शन लगा दिए। जिससे उसकी आज सुबह दर्दनाक मृत्यु हो गई। यह युवक डॉक्टर की लापरवाही से तड़प तड़प कर मर गया ।
पूरा मामला
बता दें कि अस्पताल में कोविड मरीज भर्ती करने के लिए 30 बेड हैं। मगर वह 80 मरीज भर्ती किए है,अपने वीडियो में साफ-साफ कहा कि किसी भी मरीज की कोविड की जांच नहीं कराई जाती है बस सीधे इंजेक्शन लगा कर इलाज शुरू कर दिया जाता है, बच गया तो सही हो गया ,मर गया तो शमशान पहुंच गया। मेरे हाथ में है कि मैं किस को पॉजिटिव करूं ,किस को नेगेटिव ,जो रिपोर्ट मांगता है उसको मैं पॉजिटिव करवा देता हूं फिर बॉडी सील होने के बाद परिजनों को दे दी जाती है। टीम कोविड के रिपोर्ट नहीं मांगेंगे तो मैं मरीज को नेगेटिव दिखा दूंगा उन्होंने यही किया। जब वह पॉजीटिव नहीं था फिर सील क्यों किया। उसके पीछे की वजह थी, मृत युवक ने सोने की दो तोले की चेन व हीरे के अंगूठी पहनी थी वह भी हॉस्पिटल कर्मचारियों ने निकल ली। डॉक्टर परिजनों को इतना डरा ही देते हैं कि वह लाश को वैसे ही जला देते हैं।
मृतक अंकित वर्मा कोरोना पॉजिटिव नहीं था, मगर भ्रष्ट, लालची , हैवान किस्म के डॉक्टर के इलाज से आज वह दुनिया में नहीं है। इस पर मृतक के परिजनों ने हॉस्पिटल और डॉक्टर के खिलाफ सरकारी कार्रवाई की मांग की है।