Lucknow: मुख्य सचिव ने अधिकारियों को दिए निर्देश, आम जनता को मिलें जल्द स्वच्छ जल
Lucknow News: अटल मिशन फॉर रिजूवेशन एंड अर्बन ट्रांसफार्मेशन (अमृत) योजना के अन्तर्गत गठित राज्य स्तरीय उच्चाधिकार समिति की दूसरी बैठक मंगलवार को लोकभवन में मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में हुई।
Lucknow News Today: अटल मिशन फॉर रिजूवेशन एंड अर्बन ट्रांसफार्मेशन (अमृत) योजना के अन्तर्गत गठित राज्य स्तरीय उच्चाधिकार समिति की दूसरी बैठक मंगलवार को लोकभवन में मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में हुई। बैठक में मुख्य सचिव ने कहा कि अमृत 2.0 परियोजनाओं के निर्धारित लक्ष्य के अनुसार समानुपातिक वित्तीय एवं भौतिक प्रगति सुनिश्चित की जाए।
इस योजना के माध्यम से लोगों को बुनियादी सुविधाएं जैसे जलापूर्ति, सीवरेज आदि जल्द से जल्द उपलब्ध करायी जाये। उन्होंने कहा कि अमृत 2.0 योजना के अंतर्गत लोगों को जल्द से जल्द स्वच्छ जल उपलब्ध कराने हेतु कनेक्शन उपलब्ध कराने के कार्य में तेजी लायी जाये। उन्होंने कहा कि यह कार्य तभी पूर्ण हो सकता है जब कम खर्च के साथ बेहतर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाए।
बैठक में अमृत 2.0 की राज्य स्तरीय तकनीकी समिति (एस.एल.टी.सी.) द्वारा अनुमोदित 31 परियोजनाओं का जल निगम के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार द्वारा प्रस्तुतीकरण किया गया। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में अमृत 2.0 परियोजना के तहत सीवर एवं पेयजल की 31 परियोजनाएं संचालित हैं।
इसके अलावा गोरखपुर में राप्ती नदी में गिरने वाले कटनिया-महेवा नाले के इंटरसेप्शन, डायवर्जन एवं ट्रीटमेंट के कार्यों की योजना तथा अमरोहा, औरैया, बदायूं, बहराइच, बिजनौर, एटा, इटावा, गाजियाबाद, हापुड़, हाथरस, कानपुर, लखनऊ, मऊ, मुरादाबाद, वाराणसी, मेरठ, गौतमबुद्ध नगर में पेयजल योजना का कार्य तेजी से चल रहा है। बैठक में प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात सहित अन्य संबंधित वरिष्ठ अधिकारीगण आदि मौजूद थे।
वहीं 29 अगस्त को मुख्य सचिव ने मृतक आश्रितों को जल्द नौकरी देने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव ने कहा था कि सेवाकाल के दौरान दिवंगत हुए राज्य कर्मचारियों के आश्रितों को अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति देने के लिए जिन विभागों द्वारा रिक्त पदों के बारे में जानकारी उपलब्ध नहीं करायी गई है, वह जल्द से जल्द कार्मिक विभाग को उपलब्ध करा दें।
जिससे आश्रितों के नौकरी के लिए आवेदन को जरूरत के आधार पर संबंधित विभागों को भेजा जा सके। चीफ सेक्रेटरी ने अफसरों को निर्देश दिए कि मृतक आश्रित के परिवार को अनावश्यक परेशानी का सामना न करना पड़े, इसका विशेष ध्यान रखा जाए।