Lucknow News: सिविल अस्पताल में नहीं है तीमारदारों को ठंड से बचाने की पर्याप्त व्यवस्था, न अलाव न रैन बसेरा

Lucknow News: कड़ाके की ठंड पड़नी शुरू हो गयी है। अस्पतालों में अलाव की व्यवस्था नहीं है। जिससे शाम और रात में तिमिरदारों को ठंड की मार झेलनी पड़ती है।

Written By :  Anant kumar shukla
Update:2022-12-30 20:18 IST

Lucknow Civil hospital does not have adequate arrangements to protect the timirdars from cold (Social Media)

Lucknow News: लखनऊ सिविल अस्पताल में तिमिरदारों को ठहरने के लिए उचित व्यवस्था नहीं है। ऐसे में दूरदराज से आए मरीज खुले में सोने के लिए मजबूर है। एक स्थाई रैनबसेरा का निर्मारण किया गया है। जिसमे अंदर से कुंडी लगा मिला। पूछने पर एक पुरूष नें बताया कि रैनबसेरा फुल है। ऐसे में कोई दूसरा वहां नहीं ठहर सकता। जबकि उस रैनबसेरा में करीब 8 व्यक्ति थे। इतने बड़े अस्पताल में मात्र एक रैनबसेरा गरीब मरीजों के लिए नाइंसाफी है।

हॉल में रात बिताती हैं, महिला तिमिरदार

अस्पताल में मरीज को दिखाने आयी महिला तिमिरदार हाल में रात बिता रही हैं। एक मरीज को दिखाने आयी महिला ने बताया कि अस्पताल में रात में सोने कोई समस्या नही होती है। हाल में सोने के लिए मिल जाता है, जिससे ठंड से भी राहत मिल जाती है। लेकिन इतने बड़े अस्पताल में यदि मरीजों की संख्या बढ़ जाती है, तो लोग ठंड भरी रात में खुले आसमान में रात बिताने के लिए मजबूर हो जाएंगे।


मास्क को लेकर जागरूक नही दिखे लोग

अस्पतालों को मास्क जोन में परिवर्तित कर दिया गया है। सभी को मास्क पहनना अनिवार्य है। लेकिन मरीज तो दूर अस्पताल के कर्मचारी भी मास्क नहीं लगाए मिले। हांलाकि कुछ जिम्मेदार लोगो ने मास्क लगा रखा था। लेकिन वहां पर कोई शारीरिक दूरी का पालन करते नहीं दिखे।

नहीं है अलाव की व्यवस्था

कड़ाके की ठंड पड़नी शुरू हो गयी है। अस्पतालों में अलाव की व्यवस्था नहीं है। जिससे शाम और रात में तिमिरदारों को ठंड की मार झेलनी पड़ती है। पहाड़ों में बरफ पड़ते ही मैदानी इलाकों में कड़ाके की ठंड शुरू हो गई है। लोगों को गरम कपड़ों का सहारा लेना पड़ रहा है। शाम होते ही ठंड का असर बढ़ने लगता है। अस्पतालों में दूर दराज से आए मरीजों के लिए अलाव की सुविधा नही है।

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