लखनऊ: आखिरकार मंगलवार (12 दिसंबर) को राजधानी को 100 साल के इतिहास में पहली महिला मेयर मिल ही गई। अम्बेडकर सभागार में मेयर सहित सभी पार्षदों को शपथ दिलाया गया। इस मौके पर सभागार में मेयर संयुक्ता भाटिया, मंत्री सुरेश खन्ना मंत्री, आशुतोष टंडन के अलावा अन्य कई लोग मौजूद थे।
हालांकि, इस दौरान उस वक़्त थोड़ी अजीब स्थिति बन गई जब पार्षदों के लिए आरक्षित सीटों पर कई अन्य लोग बैठ गए और अपनी जगह छोड़ने को तैयार नहीं थे। इसके बाद सीट को लेकर कुछ समय तक विवाद चलता रहा। शपथ ग्रहण समारोह में समाजवादी पार्टी के पार्षद कुछ ज्यादा ही उत्साहित दिखे। सभागार में मौजूद सपा पार्षदों ने 'जय अखिलेश' के नारे लगाए।
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खूब लगे नारे, जमकर हुआ विरोध
इन सबके बीच लखनऊ मंडल के आयुक्त एके गर्ग ने संयुक्त भाटिया को मेयर पद की शपथ दिलाई। इसके बाद नई मेयर को गदा देकर सम्मानित किया गया। संयुक्त भाटिया के शपथ ले साथ बीजेपी कार्यकर्ताओं में जोश देखने को मिला। शपथ ग्रहण के बीच समारोह में मोदी-मोदी और जय श्री राम के नारे भी लगे। इतना ही नहीं बीच समारोह में नगर आयुक्त के खिलाफ मुर्दाबाद का भी नारा लगा। हालांकि, इस विरोध को पुलिस ने शांत कराया।
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'सबका साथ सबका विकास'
मेयर ने आगे कहा, कि 'मैंने सपा और कांग्रेस की दोनों बहनों को भी यहां बुलाया है। हम साथ मिलकर काम करेंगे। शहर का विकास ही हमारा लक्ष्य होगा।' उन्होंने कहा, बीजेपी 'सबका साथ सबका विकास' के सिद्धांत पर काम करती है। इसलिए हमें सबके साथ की जरुरत होगी।