Lucknow University: सर्वाइकल कैंसर पर हुई चर्चा, VC बोले- महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य के लिए कटिबद्ध

Lucknow Latest News: शुक्रवार को विश्वविद्यालय के राधा कमल मुखर्जी सभागार में छात्राओं एवं अभिभावकों को जागरूक करने हेतु सर्वाइकल कैंसर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।

Report :  Shashwat Mishra
Update: 2022-06-10 16:05 GMT

Lucknow University में सर्वाइकल कैंसर पर हुई चर्चा।

Lucknow: महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के समूल निस्तारण के लिये, लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) की कुलाधिपति आनन्दीबेन पटेल (Chancellor Anandiben Patel) के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश सम्पूर्ण विश्व के सामने एक अनूठा उदाहरण रख रहा है। इस कार्यक्रम के अन्तर्गत सर्वाइकल कैंसर एवं एचपीवी टीकाकरण जागरूकता अभियान (Cervical Cancer and HPV Vaccination Awareness Campaign) के साथ साथ उचित मात्रा में टीके की उपलब्धिता पर भी ध्यान दिया जा रहा है। कुलाधिपति आनन्दीबेन पटेल के इस वृहद् एवं अत्यंत महत्वपूर्ण अभियान में लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) अपनी ज़िम्मेदारी को समझते हुए अपने कुलपति प्रो आलोक कुमार राय (Vice Chancellor Prof Alok Kumar Rai) के कुशल नेतृत्व में राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान (Ram Manohar Lohia Institute of Medical Sciences) के साथ सर्वाइकल कैंसर पर जागरूकता अभियान की महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में सामने आ रहा है।

'शिक्षा के साथ सामाजिक दायित्वों को समझता'

इस क्रम में शुक्रवार को विश्वविद्यालय के राधा कमल मुखर्जी सभागार में विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों की छात्राओं एवं अभिभावकों को जागरूक करने हेतु सर्वाइकल कैंसर जागरूकता (cervical cancer awareness) कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय अच्छी शिक्षा के साथ-साथ अपने सामाजिक दायित्वों को समझते हुए स्वस्थ समाज की संरचना के लिए महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य के कटिबद्ध है एवं इस दिशा में हर संभव सहयोग करेगा।


प्रो. पूनम टण्डन की देख-रेख में हुआ कार्यक्रम

इस कार्यक्रम का संचालन लखनऊ विश्वविद्यालय की अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो पूनम टंडन (Dean Student Welfare Prof. Poonam Tandon) की देख-रेख में किया जा रहा है। एनएसएस समन्वयक प्रो रूपेश कुमार ने कहा कि इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम को सफल बनाने के लिये एन एस एस प्रतिबद्ध है।

सर्वाइकल कैंसर से पीड़ित देशों में भारत का दूसरा स्थान

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में लोहिया संस्थान की निदेशक प्रो. सोनिया नित्यानंद (Director of Lohia Institute Prof. Sonia Nityananda) इस पूरे अभियान की महत्ता को बताते हुए कहा कि इस अभियान से समाज इस रोग के प्रति जागरूक होगा एवं इसके समूल निस्तारण की ओर अग्रसर होगा। संस्थान से ही डॉ नीतू सिंह, स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ ने सर्वाइकल कैंसर के लक्षणों के संबंध में विस्तृत जानकारी देने के साथ इस बीमारी से बचाव के उपायों और स्क्रीनिंग व एचपीवी टीकाकरण के महत्व की भी चर्चा की।

सर्वाइकल कैंसर से पीड़ित देशों में भारत का स्थान दूसरा है और हमारे देश में इसका सर्वाइवर रेट 46 परसेंट के करीब है। इसका मुख्य कारण हमारे देश में इस बीमारी का देर से पता लगना है, जिसमें इलाज की संभावना कम हो जाती है इसलिए आवश्यक है कि 25 वर्ष की आयु के पश्चात सभी महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर की पैप स्मीयर स्क्रीनिंग जांच अवश्य कराना चाहिए। उन्होंने बताया कि एचपीवी टीकाकरण 9 वर्ष से 14 वर्ष की सभी लड़कियों को लगना चाहिए, जिसकी दो डोज़ लगते हैं। 14 वर्ष के पश्चात अच्छे पीवीसी की 32 से अधिक दी जाती है।

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