Lucknow Nagar Nigam Ward No.45: लखनऊ नगर निगम के रफ़ी अहमद किदवई वार्ड संख्या 45 के पार्षद राम कृष्ण यादव, राजनीति में आपको किसी के मुस्कान की वजह बनना चाहिए
Lucknow Nagar Nigam Ward No.45 Parshad: हमें अभी तक अपने कार्य में 60 से 70 फ़ीसदी सफलता मिली है
Lucknow Nagar Nigam Ward No.45 Parshad: बड़ी से बड़ी योजनाओं को धरातल पर लागू करने के लिए नगर निकाय चुनाव में चुने गए पार्षदों का अहम रोल होता है। नगर निकाय चुनाव को लगभग 5 साल हो गए है। पार्षदों द्वारा अपने क्षेत्र में क्या विकास कार्य किया गया? स्वच्छता के लिए क्या कदम उठाए गए? उनका राजनीतिक अनुभव कैसा रहा? उनके राजनीतिक प्रेरणा स्रोत कौन हैं? जैसे तमाम विषयों पर बात करने के लिए Newstrack की टीम रफी अहमद किदवई वार्ड संख्या 45 में पहुंची जहां के पार्षद और हमारे रिपोर्टर के बीच बातचीत के अंश-
प्रश्न- आपके मन में राजनीति में आने का सबसे पहला विचार कब आया?
उत्तर- यूनिवर्सिटी में जब मैं पढ़ रहा था तो छात्रों की समस्याओं को दूर करते करते छात्र राजनीति में आया । उसके बाद कब राजनीति में आ गया इसका पता नहीं चला और वर्तमान में पार्षद हूं। शुरू से ही मन में सेवाभाव था ।लोगों का दुख दर्द देखा नहीं जाता था ।मदद करने की इच्छा होती थी। इन्हीं तमाम आकांक्षा ने राजनीति में आने के लिए प्रेरित किया।
प्रश्न- राजनीति में आने के बाद आप की प्रारंभिक कठिनाइयां क्या रहीं?
उत्तर- छात्र राजनीति में आने के बाद विद्यार्थी परिषद से जुड़ा। विद्यार्थी परिषद में कार्य करते करते युवा मोर्चा में आ गया। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने हमें पार्षद पद पर चुनाव लड़ने के लिए कहा। यहां से इससे पूर्व भारतीय जनता पार्टी कभी भी कोई सीट नहीं जीतती थी। यह कार्य हमें सौंपा गया कि इस बार इस सीट पर जीत हासिल करनी है। इसके बाद एलडीए के द्वारा किसानों के साथ किए जा रहे अन्याय के लिए लड़ाई लड़ता रहा। बाकी अन्य किसी प्रकार की कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ा हमें।
प्रश्न- आपके राजनीतिक प्रेरणा स्रोत कौन हैं?
उत्तर-नेताजी सुभाष चंद्र बोस व स्वामी विवेकानंद जी को ज्यादातर लड़के अपना आइडल मानते हैं। इन्हीं की विचारधारा से हम भी प्रभावित हैं। इसके अलावा अटल बिहारी वाजपेई जी भी हमारे राजनीतिक प्रेरणास्रोत रहे हैं।
प्रश्न- जिस कार्य के लिए आप राजनीति में आए थे क्या वह कार्य कर पा रहे हैं?
उत्तर- मेरा मानना है कि राजनीति समाज सेवा का एक सशक्त माध्यम है। देश के चार स्तंभ-कार्यपालिका, न्यायपालिका, व्यवस्थापिका और प्रेस इन चारों के सामंजस्य के माध्यम से देश में आमूलचूल परिवर्तन लाया जा सकता है। इन चारों स्तंभों में से एक के भी कमजोर होने से लोकतंत्र कमजोर हो जाता है।
प्रश्न- इन 5 सालों में आपने अपने वार्ड में कौन से प्रमुख कार्य करवाए?
उत्तर- मैंने अपने वार्ड के प्रमुख सड़कों का निर्माण, प्रमुख चौराहों का निर्माण, पार्कों का निर्माण कार्य किया। इसके अलावा पानी के निकासी के लिए नाली, नाले और ड्रेनेज सिस्टम का सुधार कराया। हमें अभी तक अपने कार्य में 60 से 70 फ़ीसदी सफलता मिली है। गांव में सामुदायिक भवन का निर्माण करवाया। स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना करवाया। इसके अलावा आंतरिक गलियों, सड़कों, नालों, नालियों, पार्कों और लाइटों का रखरखाव एवं जीर्णोद्धार करवाया।
प्रश्न- आपने अपने वार्ड में स्वच्छता के लिए क्या प्रमुख कदम उठाए?
उत्तर- इसके पूर्व के सरकार में चलाए गए स्वच्छता सर्वेक्षण में हमारा वार्ड नंबर एक पर आया था । लेकिन विपक्ष के सरकार में होने के कारण मेरा नाम दबा दिया गया था। मैं अपने वार्ड में स्वच्छता के लिए लोगों को जागरूक करता हूं। इसके अलावा नाली जल निकासी ड्रेनेज सिस्टम का मेंटिनेंस किया और जहां पर नहीं था वहां पर बनवाया।
प्रश्न- एक जनप्रतिनिधि के रूप में जनता के साथ तालमेल होना बेहद जरूरी है, इसके लिए आप क्या करते हैं?
उत्तर- मेरा तो पूरा समय जनता के लिए ही है। मात्र जितनी देर सोता हूं उतनी ही देर मेरा मोबाइल स्विच ऑफ रहता है। क्षेत्र में आयोजित होने वाले समस्त कार्यक्रम में सम्मिलित होता हूं। मोबाइल के माध्यम से भी जुड़ा रहता हूं। बाकी जनसुनवाई के लिए ऑफिस में भी बैठता हूं । अगर ऑफिस में नहीं हूं, तो कोई हमारे यहां से बिना काम करवाए निराश हो कर वापस नहीं जाता है। मैं रहूं चाहे ना रहूं काम हो जाता है।
प्रश्न- क्या पार्षद के पद से संतुष्ट है या किसी अन्य पद के लिए भी इच्छुक हैं?
उत्तर- 2017 में मैंने अपने पार्टी में विधानसभा के लिए आवेदन किया था । लेकिन भाग्य में नहीं था। इसके बाद 2022 में भी पार्टी में कद बढ़ाने के लिए आवेदन किया था। पार्टी द्वारा किसी जिम्मेदारी को सौंपा जाता है तो उसके निर्वहन के लिए मैं तैयार हूं।
प्रश्न- कुछ पार्षदों का कहना है कि विपक्ष के पार्षदों के साथ भेदभाव किया जा रहा है और इनके फंड में भी कटौती की जा रही इस पर आपके क्या विचार है?
उत्तर- बस मैं इतना कहना चाहता हूं कि जो जैसा होता है उसके वैसे ही विचार होते हैं। सबको पता है कि किसकी सरकार में इस तरह के कृत्य किये जाते थे। हमारी पार्टी भेदभाव की राजनीति नहीं करती है।
प्रश्न- वर्तमान राजनीति से आप कितना संतुष्ट हैं?
उत्तर- यहां राजनीति से संतुष्टि का सवाल नहीं है। जब आप के कार्य से लोग संतुष्ट होते हैं। आप किसी के मुस्कान की वजह बनते हैं तो आपके अंतःकरण में जो संतुष्टि मिलती है वही महत्वपूर्ण होती है।