Lucknow Nagar Nigam: लखनऊ नगर निगम महिला ओबीसी के लिए आरक्षित, राज्य निर्वाचन आयोग का बड़ा फैसला
Lucknow Nagar Nigam: राज्य निर्वाचन आयोग ने लखनऊ नगर निगम को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की महिला के लिए आरक्षित कर दिया है।
Lucknow Nagar Nigam: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में नगर निगम के चुनाव में आरक्षण को लेकर तस्वीर स्पष्ट हो गई है। राज्य निर्वाचन आयोग ने लखनऊ नगर निगम को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की महिला के लिए आरक्षित कर दिया है। लखनऊ नगर निगम के कुल 110 वार्डों में से 50 सीटें सामान्य हैं, जबकि एक तिहाई वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित किए गए हैं।
लखनऊ को मिलेगा पहली ओबीसी महिला मेयर
राज्य निर्वाचन आयोग ने लखनऊ नगर निगम के मेयर का पद ओबीसी महिला के लिए आरक्षित कर दिया है। इसी के साथ अब राजधानी को पहली ओबीसी महिला मेयर मिलने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। आयोग के इस फैसले को बीजेपी के एक बड़े दांव के रूप में देखा जा रहा है। बीजेपी 2024 से पहले ओबीसी मतदाताओं को अपने पक्ष में मजबूती से लामबंद करने की कोशिश कर रही है।
प्रदेश में ओबीसी महिला मतदाताओं की संख्या अच्छी खासी है, लिहाजा इस फैसले को उन्हें रिझाने से जोड़कर भी देखा जा रहा है। लखनऊ मेयर जैसे हाई प्रोफाइल पद को ओबीसी महिला के लिए आरक्षित करने का प्रभाव अन्य नगर निगमों पर भी पड़ेगा, जिसका फायदा बीजेपी को मिलेगा।
100 साल में मिली थी पहली महिला मेयर
लखनऊ नगर निगम के मेयर का पद अभी तक महिला वर्ग के लिए आरक्षित था। साल 2017 के निकाय चुनाव में बीजेपी की संयुक्ता भाटिया ने मेयर पद का चुनाव जीतकर इतिहास रच दिया था। साल 1916 में उत्तर प्रदेश म्युनिसिपल एक्ट बनने के बाद ये पहला मौका था, जब नवाबों के शहर में मेयर के पद पर कोई महिला आसीन हुईं।
बीजेपी नेता संयुक्ता भाटिया ने साल 2017 में मेयर पद के चुनाव में सपा की महिला प्रत्याशी मीरा वर्धन को 1 लाख 31 हजार से ज्यादा मतों से हराया था। भाटिया को इस चुनाव में 42 प्रतिशत वोट मिले थे। पांच साल बाद अब एक बार लखनऊ नगर निगम एक ओबीसी महिला को मेयर चुनकर नया इतिहास रचने वाला है।