Kisan Mahapanchayat Lucknow: लखनऊ में लखीमपुर कांड के विरोध में किया किसान पंचायत का आयोजन, मांगों को लेकर सरकार पर बनाएंगे दबाव

लखनऊ में आज किसानों की महापंचायत का आयोजन किया गया। इस महा पंचायत में भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि लखीमपुर नरसंहार के विरोध में किसान पंचायत का आयोजन किया गया है और अपनी मांगों को लेकर सरकार पर दबाव बनाएंगे।

Published By :  Deepak Kumar
Update:2021-11-22 14:24 IST

किसान नेताओं के साथ भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत। 

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में आज किसानों की महापंचायत (Kisan Mahapanchayat) का आयोजन किया गया। इस महा पंचायत में भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि लखीमपुर नरसंहार के विरोध में किसान पंचायत का आयोजन किया गया है।


भाक‍ियू नेता राकेश ट‍िकैत ने क‍िसान आंदोलन के दौरान मृत 750 क‍िसानों को शहीद का दर्जा द‍िए जाने की मांग की। इन मांगों को लेकर सरकार पर दबाव बनाएंगे।


राकेश टिकैत ने कहा कि लखीमपुर नरसंहार के विरोध में किसान पंचायत का आयोजन किया है और  केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करने को लेकर सरकार पर दबाव बनाएंगे। कहा, MSP पर कानून बनाओ। उन्‍होंने कहा क‍ि दूध के लिए भी एक नीति आ रही है उसके भी हम खिलाफ हैं, बीज क़ानून भी है। इन सब पर बातचीत करना चाहते हैं।


आज लखनऊ महापंचायत में भाक‍ियू नेता राकेश ट‍िकैत के प पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। किसान मोर्चा के नेताओं ने फूलमाला डालकर स्वागत किया। 


संयुक्त किसान मोर्चा अब फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून बनाने पर अड़ा है। मोर्चे की ओर से कहा जा रहा है कि केंद्र सरकार लगातार इस मुद्दे पर किसानों को गुमराह कर रही है कि एमएसपी लागू थी, लागू है और लागू रहेगी। जबकि हकीकत यह है कि किसानों की उपज औने-पौने दामों पर खरीदी जा रही है।


 भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि ओवैसी और भाजपा का रिश्ता चाचा-भतीजे जैसा है। ओवैसी को सीएए और एनआरसी कानून रद्द करने के लिए टीवी पर बात नहीं करनी चाहिए बल्कि भाजपा से सीधे बात करनी चाहिए।


किसान यूनियन के नेताओं ने भाकियू के राकेश टिकैत को तलवार देकर सम्मानित किया। 


भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि आंदोलन के दौरान जान गवाने वाले 700 किसान के परिवारों को मुआवजा और पुनर्वास की व्यवस्था हो, किसानों के नाम शहीद स्मारक बने।


लखनऊ महापंचायत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान व उत्तर प्रदेश से काफी संख्या में किसान पहुंचे थे। 


भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने आए सभी किसानों का स्वागत किया। साथ में कहा कि ये जीत सभी किसानों की है, जिन्होंने केंद्र सरकार को कृषि कानून वापस लेने पर मजबूर कर दिया। 

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