Lucknow News: RSS ऑफिस को उड़ाने की धमकी देने वाला PFI का सदस्य, 7 दिन की पूछताछ में हुआ खुलासा
Lucknow News: एंटी टेर्ररिस्ट स्क्वाड के अधिकारियो ने तमिलनाडु राज मोहम्मद को गिरफ्तार करने के बाद उसे 7 दिन की पुलिस कस्टीडी रिमांड पर लिया था।
Lucknow News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में RSS से जुड़े एक प्रोफेसर को वाट्स एप पर आरएसएस के लखनऊ-उन्नाव समेत 6 कार्यालय को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले राज मोहम्मद ने ATS की टीम के सामने पूछताछ के दौरान कबूला है की वो PFI व SDPI का सक्रीय सदस्य था । यही नहीं लगातार कट्टरवाद सोच से प्रेरित होकर उसने ऐसी हरकत कि, सनसनी फैलाने के लिए उसने ऐसा कदम उठाया था ताकि एजेंसी से लेकर प्रशाशन परेशांन हो जाए ।
एंटी टेर्ररिस्ट स्क्वाड के अधिकारियो ने तमिलनाडु राज मोहम्मद को गिरफ्तार करने के बाद उसे 7 दिन की पुलिस कस्टीडी रिमांड पर लिया था । इसी दौरान उसने इस बात को कबूला पहले तो राज मोहम्म्मद इस बात पर ATS अफसरों के सामने बताने को अड़ा था की वो साल 2018 से 2021 तक ही PFI से जुड़ा था और फिर वो अलग हो गया था। लेकिन कई तरह के सवालों में उलझ कर उसने बताया की वो उसके बाद से SDPI (social Democratic Party of India) से जुड़ा था ।
RSS से जुड़े प्रोफेसर ने दर्ज कराई थी FIR
लखनऊ के मड़ियांव थाने में कुछ समय पहले ही RSS से जुड़े प्रोफेसर डा नीलकंठ मणि पुजारी ने एक नंबर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसमे बताया गया था कि उनको व्हाट्स एप पर एक लिंक आया जिसे ज्वाइन करने के बाद एक मैसेज आया जिसमे लखनऊ के सेक्टर क्यू स्तिथ आरएसएस कार्यालय व उन्नाव के आरएसएस कार्यालय व कर्नाटक के 4 आरएसएस कार्यालय को बम से उड़ाने की धमकी भरा मैसेज मिला। जिसके बाद जांच में जुटी पुलिस ने सूचना तंत्र से जुडी एजेंसी से लेकर एटीएस को सूचना सांझा की।
एटीएस की टीम ने व्हाट्स एप ग्रुप का आंकलन करने के बाद एटीएस को उक्त नंबर की लोकेशन तमिलनाडु मिली जिसके बाद फ़ौरन टीम हवाई यात्रा के ज़रिये तमिलनाडु के पुदुकोट्टई ज़िले पहुंची जहां तमिलनाडु पुलिस की मदद से राज मोहम्मद को गिरफ्तार कर उसे ट्रांजिट रिमांड के ज़रिये लखनऊ लेकर आई ।
रिमांड के दौरान पूछताछ में कई लोगों के क़बूले नाम
एटीएस सूत्रों के मुताबिक 7 दिन की पूछताछ में राज मोहम्मद ने SDPI से जुड़े कई लोगो के नाम खोले है जो गोपनीय रूप से उससे जुड़कर कट्टरवादी सोच रखते हुए अपना रैकेट फैला रहे है। एडीजी एटीएस नवीन अरोड़ा ने बताया की PFI से जुड़ने के बाद से इसने खुद को बचाने के लिए SDPI को ज्वाइन कर लिया था, क्युकी PFI के हर सदस्यों को खोजने के लिए इंटेलिजेंस एजेन्सिया लगातार लगी हुई थी इसलिए ये SDPI से जुड़कर खुद को बचा रहा था । पकड़ा गया राज मोहम्मद फ़िलहाल लखनऊ की जिला कारागार में बंद है लेकिन ATS के अफसर बताते है ज़रुरत पड़ने पर राज मोहम्मद से फिर पूछताछ की जायेगी ।