Lucknow News: SGPGI कल मनाएगा अपना 27 वां दीक्षांत समारोह, प्रो. एसपी त्यागराजन होंगे मुख्य अतिथि

Lucknow News Today: राजधानी के रायबरेली रोड स्थित संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान गुरुवार को अपना 27वां दीक्षांत समारोह श्रुति सभागार में मनाएगा।

Report :  Shashwat Mishra
Update:2022-10-12 22:56 IST

SGPGI कल मनाएगा अपना 27 वां दीक्षांत समारोह

Lucknow News Today: राजधानी के रायबरेली रोड स्थित संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGI) गुरुवार को अपना 27वां दीक्षांत समारोह श्रुति सभागार में मनाएगा। जिसकी प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल समारोह की अध्यक्षता करेंगी और उत्तीर्ण मेधावी छात्रों को डिग्री और पुरस्कार प्रदान करेंगी। इस मौके पर चिकित्सा शिक्षा विभाग के कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक व राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह भी मौजूद रहेंगे।

छात्रों को दी जाएगी डिग्री व पुरस्कार

समारोह में विभिन्न विशिष्टताओं में छात्रों को डिग्री प्रदान की जाएगी, जिन्होंने सफलतापूर्वक अपना DM/Mch/PDF/PhD/MD/PDCC, MHA और BSc (नर्सिंग) प्रशिक्षण पूर्ण किया है। सबसे योग्य उम्मीदवार को प्रोफेसर एस एस अग्रवाल और प्रोफेसर एस आर नायक पुरस्कार भी दिए जाएंगे।

प्रोफेसर एसपी त्यागराजन होंगे मुख्य अतिथि

इस 27वें दीक्षांत समारोह में मद्रास विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति, श्री रामचंद्र विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ऑफ एमिनेंस और डीन (अनुसंधान) और अविनाशीलिंगम इंस्टीट्यूट फॉर होम साइंसेज एंड हायर एजुकेशन फॉर वूमेन (डीम्ड यूनिवर्सिटी) के चांसलर प्रोफेसर एसपी त्यागराजन मुख्य अतिथि होंगे। कार्यक्रम में पीजीआई के निदेशक व संस्थान के पूर्व छात्र प्रोफेसर आर के धीमन पिछले वर्ष के लिए संस्थान की रिपोर्ट पेश करेंगे और डीन, प्रो एसपी अंबेश धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत करेंगे।

14 दिसंबर, 1980 को रखी गई थी आधारशिला

गौरतलब है कि संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज की आधारशिला 14 दिसंबर, 1980 को भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी ने रखी थी। संस्थान का पहला चरण 1982 के अंत में शुरू किया गया था। रोगी देखभाल और शैक्षणिक कार्य वर्ष 1988 में शुरू हुआ। तब से, संस्थान अपने छात्रों को सर्वोत्तम शिक्षा प्रदान करने, रोगियों को सर्वोत्तम चिकित्सा देखभाल प्रदान करने और नए नवाचारों की दिशा में लगातार काम कर रहा है। वर्तमान में, एसजीपीजीआई 2000 से अधिक बिस्तरों, 750 डॉक्टरों और 2000 नर्सों के साथ काम कर रहा है।

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