Lucknow News: लखनऊ में सेना चिकित्सा कोर का 57वां द्विवार्षिक सम्मेलन: सशस्त्र बल चिकित्सा सेवाओं के सीनियर अधिकारी करेंगे भागीदारी
सेना चिकित्सा कोर का 57वां द्विवार्षिक सम्मेलन 24 से 26 मार्च 2025 तक लखनऊ छावनी स्थित सेना चिकित्सा कोर केंद्र एवं कॉलेज में आयोजित किया जाएगा।;
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Lucknow News: सेना चिकित्सा कोर का 57वां द्विवार्षिक सम्मेलन 24 से 26 मार्च 2025 तक लखनऊ छावनी स्थित सेना चिकित्सा कोर केंद्र एवं कॉलेज में आयोजित किया जाएगा। इस महत्वपूर्ण तीन-दिवसीय कार्यक्रम में सशस्त्र बल चिकित्सा सेवाओं के वरिष्ठ सेवारत सैन्य अधिकारी बड़ी संख्या में भाग लेंगे। यह सम्मेलन सेना चिकित्सा कोर के वरिष्ठ विशेषज्ञों को आपस में विचार साझा करने और अनुभवों का आदान-प्रदान करने का एक बेहतरीन मंच प्रदान करेगा।
सम्मेलन में भाग लेने वाले प्रमुख अधिकारी
इस सम्मेलन में मध्य कमान के जीओसी-इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता, सशस्त्र बल चिकित्सा सेवाओं की महानिदेशक सर्जन वाइस एडमिरल आरती सरीन, डीजीएमएस (सेना) और सीनियर कर्नल कमांडेंट सहित कई प्रमुख अधिकारी शामिल होंगे। इसके अतिरिक्त, डीजीएमएस (नौसेना), डीजीएमएस (वायु सेना), रक्षा मंत्रालय का एकीकृत मुख्यालय (सेना), एएमसी सेंटर और कॉलेज के कमांडेंट, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी सम्मेलन में भाग लेंगे।
सम्मेलन का उद्देश्य और महत्व
द्विवार्षिक सम्मेलन का उद्देश्य कोर के कामकाज पर प्रभाव डालने वाले महत्वपूर्ण मुद्दों की समीक्षा और विचार-विमर्श करना है। इसमें उन्नत चिकित्सा प्रौद्योगिकी, सैन्य चिकित्सा पद्धतियों में क्रांति, स्वचालन, स्वास्थ्य कर्मियों के संचार कौशल, और कानूनी पहलुओं पर चर्चा की जाएगी। सम्मेलन के दौरान कोर के आदर्श वाक्य सर्वे सन्तु निरामया के क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए कई मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
कार्यक्रमों का आकर्षण
इस सम्मेलन के दौरान कई मनोरंजन कार्यक्रम भी आयोजित होंगे, जिनमें बैंड सिम्फनी, चिकित्सा प्रदर्शनी और सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवाओं के जाबांज सैनिकों को सम्मानित करना शामिल है। सम्मेलन में एक भव्य गार्ड ऑफ ऑनर भी आयोजित होगा, जिसमें डीजीएमएस (सेना) और वरिष्ठ कर्नल कमांडेंट को सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा, एक विशेष सैनिक सम्मेलन का आयोजन भी किया जाएगा। जिसमें लेफ्टिनेंट जनरल साधना सक्सेना नायर सभी एएमसी कर्मियों को संबोधित करेंगी।
समापन और पारंपरिक बाराखाना
इस समागम का समापन पारंपरिक बाराखाना से होगा। जिसमें डीजीएमएस (सेना) सभी रैंकों के साथ-साथ उनके परिवारों के साथ एक साथ भोजन करेंगे। जो इस आयोजन का एक महत्वपूर्ण और प्रतीकात्मक हिस्सा होगा।