हिंदू नेता हत्याकांड: एक्शन में लखनऊ पुलिस, हत्यारे को मारी गोली

लखनऊ में हुए सनसनीखेज रणजीत बच्चन हत्याकांड का खुलासा हो चुका है, लेकिन शनिवार को पुलिस ने हत्या में शामिल मुख्य शूटर जीतेंद्र का एनकाउंटर कर दिया।

Update:2020-02-08 10:42 IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हुए सनसनीखेज रणजीत बच्चन हत्याकांड का खुलासा पहले ही हो चुका है, लेकिन शनिवार को पुलिस ने हिंदू नेता की हत्या में शामिल मुख्य शूटर जीतेंद्र का एनकाउंटर कर बड़ी सफलता हासिल की। पुलिस मुठभेड़ में हत्यारोपी गंभीर घायल हो गया, जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया।

रणजीत बच्चन के मुख्य शूटर संग पुलिस मुठभेड़:

मामला लखनऊ के विश्व हिंदू महासभा के अध्यक्ष रणजीत बच्चन हत्याकांड से जुड़ा हुआ है। शनिवार की सुबह को लखनऊ स्थित एसीपी कैंट ऑफिस के पास पुलिस की हत्यारोपी जीतेंद्र से मुठभेड़ हो गई। दरअसल, रंजीत बच्चन हत्याकांड का शूटर जीतेंद्र की तलाश में पुलिस टीम छापेमारी कर रही है। पुलिस को सूचना मिली कि जितेंद्र बाइक से रायबरेली भाग रहा है। वह चारबाग स्टेशन के पास है। इस पर पुलिस टीम ने पीछा शुरू किया।

ये भी पढ़ें: Delhi Election 2020: यहां खराब हुआ EVM तो इस बूथ पर अंधेरे में वोटिंग

हत्यारोपी जीतेंद्र के पैर पर लगी गोली:

पुलिस टीम ने घेराबंदी करते हुए शूटर जितेंद्र को एसीपी कैंट कार्यालय की ओर से घेरना शुरू कर दिया। देवी खेड़ा मोड़ पर पुलिस को देखते ही जितेंद्र ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में जितेंद्र के बाएं पैर पर गोली लगी। इसके बाद घायल जीतेंद्र को इलाज के लिए लोकबंधु अस्पताल में भर्ती कराया गया।

दूसरी पत्नी ने बॉयफ्रेंड संग मिल रची थी हत्या की साजिश :

बता दें कि पुलिस पहले ही हिंदू नेता की हत्या का खुलासा कर चुकी हैं। मामले में रणजीत बच्चन की दूसरी पत्नी और उसके बॉयफ्रेंड पर हत्या की साजिश का आरोप लगा था। जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली थी।

ये भी पढ़ें: ये लोग हर साल अपना आशियाना तोड़ते हैं, जानिए आखिर क्यों करते हैं ऐसा

यह है पूरा मामला:

रंजीत बच्चन को एक फरवरी को बाइक सवार हमलावरों द्वारा सिर पर गोली मारी गई थी। घटना हजरतगंज इलाके में ग्लोबल पार्क के पास हुई। फायरिंग के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए। बच्चन को तुरंत लखनऊ ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। उनके छोटे भाई आदित्य, जो घटना के समय उनके साथ थे, उन्हें भी गोली लगी थी। हत्या के बाद दो पीआरवी पुलिसकर्मियों, एक कांस्टेबल और एक चौकी प्रभारी सहित चार पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया था। पुलिस ने हत्या के संदिग्ध के सीसीटीवी फूटेज भी जारी किए और किसी भी संदिग्ध के ठिकाने की जानकारी के लिए 50,000 रुपये के इनाम की घोषणा की।

ये भी पढ़ें: मुगल काल में नहीं था फ्रिज, फिर भी सम्राट अकबर थे कुल्फी के शौकीन, यहां है जिक्र

Similar News