Lucknow: अब लक्ष्मण टीला Vs टीले वाली मस्जिद का शुरू हुआ विवाद, जुमे की नमाज पर सुरक्षा कड़ी

Lucknow News: हिंदू महासभा की पदयात्रा के ऐलान के बाद मुस्लिमों में बढ़ी हलचल ।

Written By :  Rahul Singh Rajpoot
Update: 2022-05-27 07:30 GMT

टीले वाली मस्जिद (photo: social media ) 

Lucknow Teele Wali Masjid: मथुरा के ईदगाह और वाराणसी के ज्ञानवापी का मामला अभी खत्म भी नहीं हुआ है कि लखनऊ में टीले वाली मस्जिद को लेकर नया बखेड़ा खड़ा होता दिखाई दे रहा है। हिंदू महासभा ने इसे 'लक्ष्मण टीला' बताने का दावा किया है। हिंदू महासभा की ओर से एक पद यात्रा का भी आयोजन किया गया था लेकिन प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी। जिसके बाद यह स्थगित हो गई है।

लखनऊ की टीले वाली मस्जिद पर जुमे की नमाज़ में बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोगों को शुक्रवार, 27 मई की दोपहर 1 बजे बुलाया गया है। इस मुद्दे पर अखिल भारत हिन्दू महासभा का कहना है कि, वहां के मौलाना भारी भीड़ एकत्रित कर उपद्रव की कोशिश कर रहे हैं।

बता दें कि, पिछले कई दिनों से टीले वाली मस्जिद मुद्दे पर अखिल भारत हिन्दू महासभा ने हंगामा शुरू किए था। इस बारे में महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी का कहना है कि, मौलाना ने 'लक्ष्मण टीला' को टीले वाली मस्जिद नाम दिया है। हिन्दू महासभा का आरोप है कि, टीले वाली मस्जिद की आड़ में अवैध बस स्टैंड व एलडीए के पार्क को कब्जा किया गया है। वहां शादी-विवाह में जगह को देकर लाखों रुपया महीना कमाया जा रहा है। अखिल भारत हिन्दू महासभा की मांग है कि, सरकार और लखनऊ जिला प्रशासन मौलाना पर सख्त कार्रवाई करे। साथ ही उनकी पुरानी कुंडली भी खोली जाए।

इस बीच अब लखनऊ की टीले वाली मस्जिद को लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्टर वायरल हो रहा है। जिसमें आज जुम्मे की नमाज पर भारी संख्या में पहुंचने की बात कही गई है । पोस्टर किसकी ओर से जारी किया गया है इसकी जानकारी नहीं है । मुस्लिम पक्ष की ओर से भी इस पोस्टर को लेकर कुछ नहीं कहा गया है। लेकिन, उसमें इतना जरूर कहा गया है कि आज जुमे पर टीले वाली मस्जिद पर विशेष नमाज अदा की जाएगी भारी संख्या में पहुंचे। पोस्टर के वायरल होने के बाद जिला प्रशासन भी सतर्क हो गया है टीले वाली मस्जिद पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है ।

बता दें हिंदू महासभा की ओर कहा गया है कि अलाउद्दीन खिलजी ने लक्ष्मण टीले पर हमला करके इसे ध्वस्त करा दिया था । यह खंडहर में तब्दील गया और औरंगजेब ने यहां पर मस्जिद बना दी । अब हिंदू महासभा का कहना है कि इसे लक्ष्मण टीला घोषित किया जाना चाहिए । यहां उन्हें प्रतिमा लगाने की मांग की है । महासभा की ओर से यह भी कहा गया है की लक्ष्मण टीला पर शेष गुफाएं भी थी । खिलजी ने अपने शासनकाल में गुफाओं को ध्वस्त कर दिया था और यह पूरा खंडहर में तब्दील हो गया । जब औरंगजेब का शासन आया तो उसकी नजर इस पर पड़ी और उसी ने यहां पर मस्जिद बनवा दिया था । हालांकि मुस्लिम पक्ष इस दावे को खारिज कर रहा है । वह इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से बच रहा है ।

2013 में दाखिल हुई थी याचिका

ऐसा नहीं है कि पहली बार लक्ष्मण टीले का मामला उठा है । 2013 में वकील हरिशंकर जैन ने इसको लेकर अदालत में एक याचिका दाखिल की थी । जिस पर सुनवाई भी चल रही है । लेकिन यह मामला इतना तूल नहीं पकड़ा था । ज्ञानवापी और ईदगाह की कोर्ट में चल रही सुनवाई के बीच अब लखनऊ की टीले वाली मस्जिद का भी विवाद खुलकर सामने आ गया है । फिलहाल आज जुमे की नमाज को देखते हुए टीले वाली मस्जिद के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है । अभी वहां किसी तरह की हलचल नहीं है । लेकिन दोपहर 1:00 बजे जब नमाजी मस्जिद पर नमाज अदा करने पहुंचेंगे तो देखना होगा कि किस तरह का वहां जमावड़ा होता है ।

Tags:    

Similar News