लखनऊ: होली के दो दिन बाद यानि 5 मार्च को स्वच्छता टीम लखनऊ की सफाई व्यवस्था, सही कूड़ा उठान व निस्तारण, शौचालयों की स्थिति, स्वच्छता ऐप डाउनलोडिंग और जनता की प्रतिक्रिया समेत 44 बिंदुओं का मूल्यांकन करेगी। मानकों की जांच के बाद ही केंद्र की टीम लखनऊ को नंबर देगी, जो रेटिंग के लिए काफी अहम है। इसके लिए लखनऊ नगर निगम की तैयारियां जोरों पर है।
44 बिंदुओं पर मूल्यांकन
राजधानी में स्वच्छ सर्वेक्षण की टीम को घुमाने की तैयारियां शुरू हो गई है। इसके लिए अपर नगर आयुक्त की अध्यक्षता में नगर निगम मुख्यालय में बैठक हुई। बैठक में शामिल अधिकारियों ने बताया, कि सर्वेक्षण के लिहाज से वॉर्डों की साफ-सफाई, कूड़ा उठान व निस्तारण, शौचालयों की स्थिति, स्वच्छता ऐप डाउनलोडिंग और जनता की प्रतिक्रिया समेत 44 बिंदुओं पर मूल्यांकन होना है। इन मानकों की जांच के बाद ही केंद्र की टीम लखनऊ के नंबर तय करेगी, जो रैंकिंग के लिहाज से काफी अहम होंगे। लखनऊ में स्वच्छ सर्वेक्षण 26 फरवरी से शुरू होना था, लेकिन इसे टालकर 5 मार्च कर दिया गया है।
पब्लिक फीडबैक अहम
सर्वेक्षण से जुड़े नगर निगम अधिकारियों ने बताया कि चार हजार नंबरों के आधार पर की जाने वाली इस रैंकिंग में 35 फीसदी यानी 1,400 नंबर केवल पब्लिक फीडबैक के ही हैं। जनता जितना अधिक फीडबैक देगी सफाई रैंकिंग सही ढंग से की जा सकेगी। अपर नगर आयुक्त पीके श्रीवास्तव ने बताया कि आम लोग स्वच्छ भारत अभियान के टोल फ्री नंबर 1969 पर कॉल कर फीडबैक दे सकते हैं। इसके अलावा स्वच्छ सर्वेक्षण- 2018 की वेबसाइट पर भी फीडबैक दिया जा सकता है।