Lucknow News: जहरीली हवा बनी मौत का कारण, सालाना हो रही 21 लाख मौतें
Lucknow News: वायु प्रदुषण की वजह से हवा इतनी ज्यादा जहरीली हो गई है कि सालाना मौतों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है।
Lucknow News: हवा में प्रदूषण की मात्रा इतनी ज्यादा फ़ैल गई है कि लोगों को तरह-तरह की बीमारियां हो गई है। कुछ रिपोर्ट्स इस बात का दावा करती है कि साल भर में ब्लड प्रेशर, डायबटीज और कैंसर से ज्यादा वायु प्रदूषण से लोगों की मौतें हो रही हैं। बताया जा रहा है कि सालाना जहरीली हवा की वजह से 21 लाख मौतें हो रही हैं। इसके अलावा इससे लोगों की उम्र भी घट रही है। उनके कार्यक्षमता भी लगातार घटती जा रही है।
चेन्नई में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के साथ काम कर रहीं देश की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. कल्पना बालाकृष्णन आईआईटीआर में आयोजित सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए बुधवार को विज्ञान नगरी लखनऊ में थीं। वायु प्रदूषण पर किए गए उनके शोध व रिपोर्ट न्यू इंग्लैंड जर्नल लैंसेट समेत दुनिया की कई प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं।
वायु प्रदूषण पर क्या कहा
डॉ कल्पना ने वायु प्रदूषण पर चिंता जाहिर करते हुए बताया कि अलग अलग वैज्ञानिकों के शोध, AQI और स्टेट ऑफ ग्लोबल एयर की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में वायु प्रदूषण का खतरा काई ज्यादा बढ़ गया है। जिसके चलते सालाना 21 लाख मौतें हो रही हैं। इस प्रदूषित हवा के कारण लोगों की उम्र भी घटती जा रही है। उन्होंने एक आंकड़ा बताया कि वायु प्रदूषण मामले में दुनिया के टॉप 10 देशों में भारत तीसरे नंबर पर है। इसका सबसे ज्यादा असर बच्चों और बूढ़ों पर पड़ रहा है।
शहर के अलावा गाँवों पर भी इसका असर
डॉ कल्पना ने बात करते हुए आगे बताया कि ऐसा नहीं है कि वायु प्रदूषण सिर्फ शहरों में है उन्होंने कहा कि गाँवों में भी प्रदुषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में आर्थिक तौर पर कमजोर ग्रामीण लकड़ी आदि जलाकर खाना पकाते हैं। वायु प्रदूषण ने वहां भी पांव पसार लिया है। ये अलग बात है। कि इसे मापने की अभी तक हमारे पास समुचित व्यवस्था नहीं है।