Lucknow Hotel Fire: हुसैनगंज स्थित राज होटल में लगी आग, कई लोगों की हालत बिगड़ी

Lucknow Hotel Fire: सोमवार की देर रात राज होटल के बेसमेंट में अज्ञात कारणों के चलते अचानक आग लग गई, थोड़ी ही देर में आग आसपास रखे सामान और फर्नीचर तक पहुंच गई और वह भी जलने लगा।

Report :  Santosh Tiwari
Update: 2024-07-09 07:53 GMT

Lucknow Hotel Fire

Lucknow Hotel Fire: सोमवार की देर रात राजधानी लखनऊ के हुसैनगंज स्थित राज होटल में भीषण आग लग गई। अचानक लगी आग से होटल में रुके दो दर्जन से अधिक यात्री अंदर ही फंस गए। आनन फानन में घटना की सूचना पुलिस को दी गई। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस और फायर विभाग की गाड़ियों ने आग पर काबू पाया। जानकारी के अनुसार सोमवार की देर रात राज होटल के बेसमेंट में अज्ञात कारणों के चलते अचानक आग लग गई। थोड़ी ही देर में आग आसपास रखे सामान और फर्नीचर तक पहुंच गई और वह भी जलने लगा।

जिसकी वजह से होटल में धुआं भर गया। धुएं की वजह से होटल में रुके करीब दो दर्जन से अधिक लोगों को तकलीफ होने लगी तो उन्होंने स्टाफ से इस बात की शिकायत की लेकिन स्टाफ ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। आग लगने की सूचना मिलने पर पुलिस और दमकल की गाड़ियां भी मौके पर पहुंची। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। वहीं, होटल की पहली मंजिल पर बनी खिड़की तोड़कर लोगों को सीढ़ी की मदद से बाहर निकला गया। धुएं की वजह से कई बुजुर्गों और बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। जिन्हें पुलिस ने इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है। चीफ़ फायर ऑफिसर मंगेश कुमार ने बताया कि आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। जांच चल रही है। अगर अनियमितता पाई गई तो सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।


आग लगने का कारण अज्ञात, स्टाफ पर लापरवाही का आरोप

होटल में आग किन कारणों से लगी अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है। फिलहाल, शॉर्ट सर्किट को घटना का कारण बताया जा रहा है। वहीं, होटल में रुकी मीनाक्षी ने बताया कि जब स्टाफ से आग लगने के बारे में कहा गया तो उन्होंने इस बात को गंभीरता से नहीं लिया और कुछ न होने की बात कहते हुए वहां से चले गए।


आग लगने से बुजुर्गों को हुई सांस लेने में परेशानी

होटल में आग लगने के कारण कमरा नंबर 305 में रुके बुजुर्गों को सांस लेने में परेशानी शुरू हो गई। पुलिस ने रेस्क्यू कर एंबुलेंस की मदद से उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उनका इलाज जारी है। कमरा नंबर 305 में रुके कृष्ण मुरारी, महेश्वर शर्मा और महेश शर्मा ने बताया कि स्टाफ की लापरवाही के कारण घटना इतनी बढ़ गई। अगर यह लोग पहले सुन लेते तो समस्या नहीं होती।


जैसे सो रहे थे वैसे ही जान बचाकर भागे लोग

होटल में रुके महेश शर्मा ने बताया कि जिस वक्त घटना हुई उस वक्त सभी लोग गहरी नींद में सो रहे थे। अचानक चीख पुकार मची तो सभी लोग दहशत में आ गए। आनन फानन में लोग जिन कपड़ो में सो रहे थे उन्हीं में जान बचाकर भाग निकले। अगर सही समय से पुलिस और फायर ब्रिगेड न आती तो घटना और बड़ी हो सकती थी।

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