Lucknow University: ABVP ने प्रशासनिक भवन में ताला बंद कर किया प्रदर्शन, कुलपति को सौंपा ज्ञापन
Lucknow University: एबीवीपी लखनऊ विश्वविद्यालय इकाई अध्यक्ष जयव्रत राय ने प्रदेश तथा देश भर के अन्य तमाम विश्वविद्यालयों में नेट के शोधार्थियों को फेलोशिप दी जाती है लेकिन लखनऊ विश्वविद्यालय में ऐसी कोई सुविधा छात्रों को नहीं मिलती।
Lucknow University: जेआरएफ शोधार्थियों की बायोमेट्रिक हाजिरी, विभागीय लाइब्रेरी के संचालन, टैगोर पुस्तकालय की समय सीमा बढ़ाए जाने जैसी मांगों को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने शनिवार को प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि शोधार्थियों के बायोमेट्रिक अटेंडेंस पर निर्णय वापस लिया जाना चाहिए। छात्रों ने 25 से अधिक मांगों को लेकर कुलपति को ज्ञापन सौंपा।
एबीवीपी ने तालाबंदी कर किया प्रदर्शन
एबीवीपी इकाई के छात्र एलयू के गेट नंबर चार पर एकत्रित हुए। यहां से बड़ी संख्या में छात्र पैदल मार्च कर प्रशासनिक भवन पहुंचे। छात्रों ने प्रशासनिक भवन पर ताला बंद कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। जिससे कुलपति, रजिस्ट्रार समेत कई अधिकारी अंदर बंद हो गए। प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही प्रॉक्टोरियल टीम छात्रों से बातचीत करने पहुंची। प्रदर्शनकारियों ने कुलपति से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा।
छात्रों के लिए हो फेलोशिप की सुविधा
एबीवीपी लखनऊ विश्वविद्यालय इकाई अध्यक्ष जयव्रत राय ने प्रदेश तथा देश भर के अन्य तमाम विश्वविद्यालयों में नेट के शोधार्थियों को फेलोशिप दी जाती है लेकिन लखनऊ विश्वविद्यालय में ऐसी कोई सुविधा छात्रों को नहीं मिलती। अभाविप मांग करती है कि इसकी व्यवस्था की जाए। एबीवीपी लखनऊ विश्वविद्यालय इकाई मंत्री जतिन शुक्ला ने विश्वविद्यालय की मूलभूत समस्या जैसे पानी, पंखा, शौचालय की बात की और कहा विश्वविद्यालयों के छात्रावास जिनमे लाइब्रेरी तो बनी हुई हैं लेकिन उनमें ताला लगा रहता है उन्हे दोबारा शुरू किया जाए साथ ही शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की जाए। कक्षाओं में बैठने की उचित व्यवस्था एवं नियमित कक्षा का संचालन किया जाए, लगातार परीक्षा के परिणामों में हो रही धांधली पर रोक लगाई जाए, जिम्मेदार अधिकारियों पर तत्काल कार्यवाही की जाए जिससे की भविष्य में विद्यार्थियों को समस्या का सामना न करना पड़े।
यूजीसी का उल्लंघन का रहा एलयू
प्रांत सहमंत्री राजाराम कुशवाहा ने कहा छात्रों के लिए बने व्यायामशाला में आधुनिक उपकरण तथा ट्रेनर की सुविधा अविलंब पूरी हो तथा खेलों के संचालन हेतु मूलभूत व्यवस्थाएं प्रदान की जाएं, इन्डोर स्टेडियम का निर्माण कराया जाए। शोधार्थी प्रत्यूष पाण्डेय ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन यूजीसी की गाइडलाइन का उल्लंघन कर रहा है। यूजीसी की गाइडलाइन में यह लिखित है कि सिर्फ 8-10 घंटे ही हफ्ते में शोधार्थियों को विभाग में समय देना है उसका उलंघन करते हुए सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक की बायोमेट्रिक हाजरी हम पर थोप के तानाशाही की जा रही है, जिससे शोधार्थियों में रोष व्याप्त है, इस आदेश को तत्काल वापस लिया जाए।
मांगे नहीं मानी तो आंदोलन
प्रांत शोध कार्य संयोजक प्रियंका ठाकुर ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा दिए गए आश्वाशन के अनुरूप यदि विश्वविद्यालय प्रशासन विद्यार्थियों के हितों को ध्यान में रखते हुए समस्या का समाधान नही करता है तो अभाविप समस्या के समाधान होने तक आंदोलन करने हेतु बाध्य होगी। इस मौके पर सह संयोजक तान्या तिवारी, अमन सिंह, अनुराग काकराण,क्षमा श्रीवास्तव,प्राजलि सिंह, लक्ष्य दुबे ,शक्ति दुबे , देवेन्द्र सिंह, आदित्य वर्मा,देवेश शुक्ला, युवराज सिंह, अभिषेक सिंह, वैभव जोशी, नितीश सिंह,ऋषभ शुक्ला,उज्ज्वल सिंह, अभिषेक सिंह, उत्कर्ष सिंह,अमन दुबे, शिवम सिंह सम्राट, अक्षय सिंह सहित सैकड़ों विद्यार्थी उपस्थित रहे।