Lucknow News: युवाओं को वैश्विक मुद्दों पर अपनी राय रखने का एक महत्वपूर्ण मंच: लखनऊ विश्वविद्यालय में 7 फरवरी को आयोजित होगा रायसीना हैकाथॉन

लखनऊ विश्वविद्यालय में 7 फरवरी को ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन और भारत सरकार के विदेश मंत्रालय द्वारा रायसीना हैकाथॉन का आयोजन किया जाएगा।;

Report :  Virat Sharma
Update:2025-02-05 20:33 IST

Lucknow News: Photo-Social Media 

Lucknow News: लखनऊ विश्वविद्यालय में 7 फरवरी को ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन और भारत सरकार के विदेश मंत्रालय द्वारा रायसीना हैकाथॉन का आयोजन किया जाएगा। यह कार्यक्रम भारत के युवाओं को वैश्विक मुद्दों पर अपनी राय व्यक्त करने का एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करेगा। रायसीना हैकाथॉन का आयोजन मुंबई लखनऊ और बड़ौदा में किया जा रहा है। जिसका उद्देश्य भारतीय युवाओं के विचारों और दृष्टिकोणों को वैश्विक मंच पर लाना है।

यह हैकाथॉन एक नया दशक एक नई आवाज थीम के तहत आयोजित हो रहा है। जो रायसीना डायलॉग के दसवें वर्ष का प्रतीक है। रायसीना डायलॉग एक प्रमुख वैश्विक मंच है। जो वैश्विक व्यवस्था पर चर्चा और परिचर्चा के लिए ओआरएफ और विदेश मंत्रालय के सहयोग से आयोजित किया जाता है।

लखनऊ में आयोजित होगा विशेष सत्र

लखनऊ विश्वविद्यालय में आयोजित होने वाले इस हैकाथॉन में 500 से अधिक छात्र भाग लेंगे। ये छात्र उभरते वैश्विक परिदृश्य में भारत की भूमिका पर अपने विचार प्रस्तुत करेंगे। इसमें लखनऊ विश्वविद्यालय के 28 कॉलेजों के अलावा उत्तर प्रदेश के अन्य शिक्षण संस्थानों और विश्वविद्यालयों के छात्र भी शामिल होंगे। यह आयोजन विश्वविद्यालय के ऐतिहासिक मालवीय सभागार में सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक होगा और सभी प्रतिभागियों को उनके योगदान के लिए प्रमाणपत्र प्रदान किए जाएंगे।

रायसीना हैकाथॉन से मिलने वाले विचारों का महत्व

हैकाथॉन में प्रस्तुत विचारों को संकलित किया जाएगा ताकि वे भविष्य के रायसीना डायलॉग के लिए मार्गदर्शक बन सकें। इसके साथ ही सबसे प्रभावशाली विचारों को रायसीना डायलॉग 2025 में प्रस्तुत किया जाएगा। जो 17-19 मार्च को नई दिल्ली में आयोजित होगा। इस कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। और इसमें करीब 4,000 से अधिक प्रतिनिधि भाग लेंगे।

इन विषयों पर होगी चर्चा

विदेश नीति सुरक्षा और बदलते वैश्विक परिदृश्य में भारत की भूमिका और जलवायु परिवर्तन और स्थिरता वैश्विक हरित एजेंडे का नेतृत्व डिजिटल भविष्य वैश्विक प्रौद्योगिकी के अगले युग का निर्माण वहीं प्रतिभागी इन विषयों पर विचार करेंगे। जैसे भारत को किन वैश्विक मुद्दों का नेतृत्व करना चाहिए। और कौन से कार्य और नीतियां वैश्विक प्रगति, समृद्धि और समानता को बढ़ावा दे सकती हैं।

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