Kolkata Case Protest: 'बेटी पढ़ी पर बेटी बची नहीं' कह कर आक्रोशित चिकित्सकों ने 1090 चौराहे पर किया प्रदर्शन
Kolkata Case Protest: शुक्रवार की शाम 5 बजे 1090 चौराहे पर बड़ी संख्या में केजीएमयू, पीजीआई, कल्याण सिंह कैंसर इंस्टिट्यूट, राम मनोहर लोहिया अस्पताल और मेदांता अस्पताल के चिकित्सक एकत्र हुए।
Kolkata Case Protest: सुनो द्रोपदी शस्त्र उठा लो, अब गोविन्द न आएँगे और बेटी पढ़ी पर बेटी बची नहीं के नारे लगाते हुए शुक्रवार की शाम गोमती नगर के 1090 चौराहे पर पश्चिम बंगाल में हुई घटना से आक्रोशित चिकित्सकों ने प्रदर्शन किया। इसके पहले घटना को लेकर शहर के विभिन्न चिकित्सा संस्थानों में तैनात डॉक्टर्स ने हड़ताल का एलान किया था। इसके बाद आज शाम बड़ी संख्या में महिला और पुरुष चिकित्सकों ने 1090 चौराहे पर प्रदर्शन किया। इस दौरान केजीएमयू, राम मनोहर लोहिया अस्पताल, पीजीआई, कल्याण सिंह कैंसर इंस्टिट्यूट, मेदांता समेत विभिन्न चिकित्सा संस्थानों के चिकित्सकों ने नारेबाजी करते हुए पश्चिम बंगाल में हुई महिला चिकित्सक की रेप केबाद हत्या की निंदा करते हुए कार्रवाई की मांग की। पीजीआई की डॉक्टर सम्प्रति ने कहा कि दावे किए जाते हैं बेटी पढ़ाओ और बेटी बचाओ लेकिन कलकत्ता में जिसके साथ घटना हुई वो बेटी पढ़ी तो पर बची नहीं। इस दौरान सुरक्षा के लिए सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट की मांग भी उठाई गई। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल को भी तैनात किया गया।
बड़ी संख्या में पहुंचे चिकित्सक
शुक्रवार की शाम 5 बजे 1090 चौराहे पर बड़ी संख्या में केजीएमयू, पीजीआई, कल्याण सिंह कैंसर इंस्टिट्यूट, राम मनोहर लोहिया अस्पताल और मेदांता अस्पताल के चिकित्सक एकत्र हुए। उन्होंने अपने हाथों में बैनर-पोस्टर लेकर नारेबाजी शुरू कर दी। प्रदर्शन कर रहे डॉक्टर्स ने कहा कि अगर हम अपनी ड्यूटी और अपने संस्थानों में खुद ही सुरक्षित नहीं रहेंगे तो फिर मरीजों को कैसे बचाएंगे। इतने डर के माहौल में काम करना हमारे लिए कहीं से भी संभव नहीं है। हमारी मांगें जल्द से जल्द पूरी की जाएं।
कैंडल जलाकर और मौन रखकर दी श्रद्धांजलि
प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में मौजूद चिकित्सकों ने कलकत्ता काण्ड की पीड़िता को श्रद्धांजलि देने के लिए दो मिनट का मौन रखा। शाम 6:30 बजे सभी ने कैंडल और अपने मोबाइल की फ़्लैश लाइट्स जलाकर पीड़िता को श्रद्धांजलि दी। चिकित्सकों का कहना है कि जो भी आरोपी हैं उन्हें फांसी की सजा दी जाए। साथ ही इस घटना में जो लोग भी इन्वॉल्व हैं उनको भी सख्त से सख्त सजा मिले ताकि भविष्य में किसी की ऐसा करने की हिम्मत न हो।
ये हैं चिकित्सकों की मांगें
- 48 घंटों के अंदर अस्पताल में उपद्रव मचाने वालों की गिरफ्तारी की जाए।
- चिकित्सकों की सुरक्षा के लिए पार्लियामेंट में ऑर्डिनेन्स लाकर सेंट्रल हेल्थ केयर प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाए।
- पश्चिम बंगाल में हुई घटना के आरोपियों की जवाबदेही तय की जाए और उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो।