Banthara Murder Case: सीएम योगी से मिलकर ऋतिक के पिता ने मांगा न्याय, सीएम बोले- कार्रवाई भी होगी और न्याय भी मिलेगा

Banthara Murder Case: भारतीय जनता युवा मोर्चा उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष और एमएलसी प्रांशु दत्त द्विवेदी ने भी परिवार से मुलाकात की थी। परिवार ने सीएम से मिलकर न्याय मांगने की इच्छा जताई थी।

Written By :  Santosh Tiwari
Update: 2024-08-02 14:14 GMT

 एमएलसी प्रांशु दत्त द्विवेदी और ऋतिक के परिजनों से बात करते सीएम। Photo- CM Office 

Banthara Murder Case: बंथरा हत्याकांड में मृतक ऋतिक के पिता इंद्र कुमार उर्फ़ बब्बन पांडेय ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा कि इस मामले में जितने भी आरोपी हैं सबकी गिरफ्तारी की जाए और उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो। साथ ही जो भी आरोपियों की मदद कर रहा है उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। इस पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि- जो भी दोषी होंगे बख्शे नहीं जाएंगे। सभी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। 

भाजपा एमएलसी प्रांशु दत्त द्विवेदी ने कराई मुलाकात

घटना के बाद से मृतक ऋतिक के बंथरा स्थित आवास पर नेताओं का आवागमन जारी है। विपक्ष के कई नेताओं के अलावा प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, स्थानीय विधायक राजेश्वर सिंह भी मृतक के परिवार से मुलाकात कर चुके हैं। परिजन सभी से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। परिजनों ने कई नेताओं से मुख्यमंत्री से समय लेकर मुलाकात कराने की मांग उठाई लेकिन किसी ने भी सीएम से मुलाकात नहीं कराई। भारतीय जनता युवा मोर्चा उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष और एमएलसी प्रांशु दत्त द्विवेदी ने भी परिवार से मुलाकात की थी। परिवार ने सीएम से मिलकर न्याय मांगने की इच्छा जताई थी। इसके बाद प्रांशु दत्त द्विवेदी ने शुक्रवार को परिवार के साथ जाकर सीएम से उनकी मुलाकात कराई।

एमएलसी ने सीएम को दिया पत्र

शुक्रवार को मुलाकात के दौरान भाजपा एमएलसी ने परिवार की मांगों से सम्बंधित एक पत्र भी मुख्यमंत्री को सौंपा। पत्र में उन्होंने कहा कि हत्यारोपी दबंग और आरोपी प्रवृत्ति के हैं और भूमाफिया हैं जो अवैध प्लॉटिंग के कार्य में लिप्त हैं। परिवार में पहले भी 1992 में एक हत्या हो चुकी है। जिससे यह और इनका परिवार भय ग्रस्त हैं। एमएलसी ने परिवार के लिए शस्त्र लाइसेंस और गनर की मांग की है। साथ ही तेज तरार आईपीएस के नेतृत्व में टीम गठित कर मामले की जाँच की मांग की है। पत्र में उन्होंने पोस्टमार्टम रिपोर्ट को भी संदेहात्मक बताया है।

यह थी पूरी वारदात

रविवार 21 जुलाई की रात बंथरा के कुछ घरों में लाइट नहीं आ रही थी उसे ठीक करवाने के लिए आसपास के लोग ट्रांसफॉर्मर के पास पहुंचे थे। ट्रांसफॉर्मर के पास ही कुछ घरों में लाइट आ रही थी इस पर उक्त घरों के लोगों ने बिजली ठीक करने का विरोध किया। इस दौरान मृतक ऋतिक पांडेय भी वहां मौजूद था और उसकी आरोपियों से मामूली बहस हुई थी। बहस के बाद सब सामान्य हो गया था और सभी लोग वहाँ से अपने घर लौट गए। मृतक के पिता इंद्रकुमार ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया था कि रात करीब 10 :30 बजे अवनीश पुत्र शबोहन सिंह, हिमांशू सिंह, प्रियांशू, प्रत्यूष पुत्र कन्हैया सिंह, शनि पुत्र विनोद सिंह अपने कई साथियों को लेकर लाठी-डंडों व असलहों के साथ घर में घुस गए। आरोपियों ने नौकर मैकू रावत, बेटे अभिषेक उर्फ़ रमन और ऋतिक को बुरी तरह से पीटा। इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। अंदरूनी चोटें ज़्यादा गंभीर होने के कारण रात में अचानक ऋतिक की तबीयत बिगड़ गई। परिजन उसे लेकर अस्पताल जा रहे थे की इसी बीच ऋतिक की मौत हो गई। सोमवार को परिजनों ने अस्पताल में प्रदर्शन भी किया था। जिसके बाद साउथ जोन के अधिकारियों के निर्देश पर उक्त पांचों नामजद आरोपियों सहित 10 अज्ञात पर हत्या समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ। घटना में उपरोक्त 5 नामजदों समेत एक अज्ञात प्रदीप सिंह को अभी तक गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। 

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