Lucknow News: क्रिकेटर मोहम्मद शमी पर की गई टिप्पणी के बाद मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी पर भड़के भाजपा प्रवक्ता, बोले - 'आस्था किसी भी व्यक्ति का निजी मसला'
Lucknow News: मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी ने रोजा न रखने पर मोहम्मद शमी को बताया था गुनहगार...;
Lucknow News Today BJP Spokesperson Rakesh Tripathi Lashes Out at Maulana Shahabuddin Rizvi Over Cricketer Mohammed Shami Comment
Lucknow News: भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद शमी का रोज़े न रखने को लेकर मौलानाओं की ओर से अलग-अलग टिप्पणी की जा रही है। इसी बीच ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी की ओर से रोजा न रखने के चलते मोहम्मद शमी को बड़ा गुनहगार बताया गया था। अब इस मामले में भाजपा प्रवक्ता ने कराया जवाब देते हुए कहा कि आस्था किसी भी व्यक्ति का निजी मसला हो सकता है। आपको बता दें कि बीते दिनों दुबई में हुए ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच मैच के दौरान मोहम्मद शमी ग्राउंड पर एनर्जी ड्रिंक पीते नजर आए थे, जिसके बाद ये पूरा विवाद खड़ा हुआ था।
'किसे व्रत रखना है और किसे नहीं ये कोई तय नहीं कर सकता': प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी
मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी के बयान पर यूपी बीजेपी के नेता व प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने गुरुवार को पलटवार करते हुए कहा कि आस्था किसी भी व्यक्ति का निजी मसला होता है। आप किसी दूसरे की आस्था को ठेस मत पहुंचाइए बाकी प्रार्थना, पूजा पद्धति, इबादत, व्रत-अनुष्ठान या नमाज़ रोज़े का पालन करना है अथवा नहीं करना है, ये आप खुद की मर्जी पर तय कर सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि कोई मुल्ला-मौलवी, मुफ्ती उलेमा, साधु संत या पंडित जी तय नहीं करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि नवरात्रि/जन्माष्टमी का व्रत रखने के लिए किसी को मजबूर नहीं किया जाता, गुनहगार नहीं माना जाता तो किसी को रोज़े न रखने पर गुनहगार कैसे बनाया जा सकता है?
मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी ने रोजा न रखने पर मोहम्मद शमी को बताया था गुनहगार
ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच मैच के दौरान मोहम्मद शमी ग्राउंड पर एनर्जी ड्रिंक पीने के मामले में यूपी के बरेली में ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी ने उन्हें गुनहगार बताते हुए कहा था कि जो भी मुस्लिम व्यक्ति स्वस्थ होने के बावजूद जानबूझकर 'रोजा' नहीं रखता है, तो वह एक बड़ा गुनहगार माना जाता है। मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी के इस बयान के बाद सियासत गर्म हो गई और देखते ही देखते कई राष्ट्रवादी नेता और धर्मगुरु मोहम्मद शमी के समर्थन में आ गए।