Kawad Yatra 2023: परिवहन मंत्री ने कांवड़ यात्रा के दौरान निगम बसों के सुरक्षित संचालन के दिये निर्देश
Kawad Yatra 2023: परिवहन मंत्री ने बताया कि कांवड़ यात्रा के प्रारम्भ में हरिद्वार के लिए अधिक कांवड़िये यात्रा करते हैं। इस लिए हरिद्वार मार्ग पर अधिक बसों को संचालित किया जाए, जिससे तीर्थयात्रियों को किसी प्रकार के आवागमन में परेशानी न हो।
Kawad Yatra 2023: प्रदेश में कांवड़ यात्रा की शुरुआत चार जुलाई, 2023 से प्रारंभ हो रही है। ऐसे में सभी यात्रियों को सुरक्षित यात्रा के लिए परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने निगम बसों के संचालन के सम्बंध में परिवहन निगम के अधिकारियों को निर्देश दिये हैं। दयाशंकर ने बताया कि श्रावण मास के दौरान कांवड़ यात्री विभिन्न मंदिरों में जाकर भगवान शिव जी को जल चढ़ाते हैं। उन्होंने बसों को आवश्याकतानुसार संचालित कराने के निर्देश दिए।
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दयाशंकर सिंह ने निगम के सभी क्षेत्रीय अधिकारियों को क्षेत्रीय मुख्यालय पर कन्ट्रोल रूम स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने निर्देश दिया है कि कांवड़ यात्रा शुरु हेने से लेकर समाप्त होने तक कन्ट्रोल रूम 24 घंटे क्रियाशील रहेगा। कन्ट्रोल रूम पंजिका में सुधार किया जाएगा। उन्होंने सभी क्षेत्रीय प्रबंधक/सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक, सेवा प्रबंधक सम्बंधित मण्डलायुक्त एवं जिलाधिकारियों द्वारा दिये निर्देशों के अनुसार कार्ययोजना बनाएं।
दयाशंकर सिंह ने बताया कि श्रावण मास के दौरान आगरा, बरेली, मेरठ, मुरादाबाद, गाजियाबाद, अलीगढ़ एवं सहारनपुर क्षेत्र के मार्ग पर अधिक कांवड़ यात्री रहेंगे। इससे संबंधित जिला प्रशासन द्वारा रूट डायवर्जन को लेकर सभी प्लान क्षेत्रीय/सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों को मुख्यालय से प्रेषित किया जाए। इसके साथ ही संचार के माध्यम से भी सूचित करने के लिए निर्देशित किया गया है। उन्होंने कहा कि रूटों का डायवर्जन कर वैकल्पिक मार्ग पर ही बसों को संचालित किया जाए। सभी क्षेत्रीय/सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक को निर्देशित करते हुए दयाशंकर सिंह ने कहा कि संचालित होने वाली बसों के क्रू को काउंसिलिंग करके जानकारी दें कि निर्धारित मार्ग पर ही बसों का संचालन किया जाए। इसके बाद भी कसी प्रकार की अनियमितता पाए जाने पर क्रू के विरूद्ध कार्रवाई की जाए।
परिवहन मंत्री ने बताया कि कांवड़ यात्रा के प्रारम्भ में हरिद्वार के लिए अधिक कांवड़िये यात्रा करते हैं। इस लिए हरिद्वार मार्ग पर अधिक बसों को संचालित किया जाए, जिससे तीर्थयात्रियों को किसी प्रकार के आवागमन में परेशानी न हो। बसों को सही रूट पर संचालित करने की जिम्मेदारी संबंधित क्षेत्रिय प्रबंधक को दी गई है। इसके अलावां उन्होंने स्टेशनों पर पेयजल, शौचालय की व्यवस्था के साथ-साथ उचित साफ-सफाई रखने के भी निर्देश दिये हैं।