Lucknow Crime: लखनऊ एयरपोर्ट पर पकड़ी गई नकली गोल्ड फ्लैक सिगरेट, 97 हजार पैकेट बरामद
Lucknow Crime: तस्करों ने सिगरेट की पैकिंग भी ऐसी की थी की वह जांच में पकड़ी न जाएं लेकिन एयरपोर्ट पर लगी हाई स्टैंडर्ड जांच मशीनों की स्कैनिंग में यह सिगरेट पकड़ी गई।
Lucknow Crime: सरोजनी नगर स्थित चौधरी चरण सिंह (अमौसी) एयरपोर्ट पर सोमवार की सुबह कस्टम अधिकारियों ने नकली गोल्ड फ्लेक सिगरेट की खेप पकड़ी है। इसमें करीब 97 हजार डिब्बे सिगरेट बरामद हुई है। बताया जा रहा है कि तीन तस्कर नकली सिगरेट की खेप अलग अलग बैग में लेकर बैंकॉक से आए थे। वह इन्हें इंडिया में खपाने की तैयारी कर रहे थे। तस्करों ने सिगरेट की पैकिंग भी ऐसी की थी की वह जांच में पकड़ी न जाएं लेकिन एयरपोर्ट पर लगी हाई स्टैंडर्ड जांच मशीनों की स्कैनिंग में यह सिगरेट पकड़ी गई। कस्टम अधिकारियों ने सभी सिगरेट सीज कर दी है। अब अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।
बैंकॉक से सप्लाई, इंडिया में मिलता है महंगा दाम
सोमवार की सुबह बैंकॉक से आई एयर एशिया की फ्लाइट FD -146 से पकड़ी गई सिगरेट नकली है। इसे तीन तस्कर अलग अलग तीन बैगों में भरकर ला रहे थे। दो बैग में 30-30 हजार जबकि तीसरे बैग में 37 हजार डिब्बी थी। तस्करों में एक दिल्ली, दूसरा यूपी के लखीमपुर और तीसरा केरल का रहने वाला है। बताते चलें कि ओरिजिनल गोल्ड फ्लेक सिगरेट सिर्फ इंडिया में ही बनती है। इंडिया के बाहर यह नहीं बनाई जाती हैं। इंडिया में बनने वाली सिगरेट मार्केट में महंगी हैं। जबकि तस्करी कर बाहर से लाई गई इसी नाम की सिगरेट काफी सस्ती पड़ती हैं। ऐसे में तस्कर बाहर से लाकर इन्हें इंडिया के दामों में बाजार में खपा देते हैं।
बाहर 5 लाख तो भारत में कीमत 16 लाख से अधिक
सूत्रों का कहना है कि बरामद की गई नकली गोल्ड फ्लेक की कीमत बैंकॉक में सिर्फ 4 से 5 लाख रुपए है। जबकि भारत में इतनी ही असली सिगरेट 16 लाख रुपए के करीब होगी। ऐसे में तस्कर कम दामों में बाहर से लाकर इन्हें इंडिया में खपा देते हैं। इससे उन्हें लाखों रुपए का फायदा होता है। हालांकि, असली सिगरेट के मुकाबले तस्करी की गई नकली सिगरेट में तंबाकू, पेपर और अन्य मटेरियल काफी हद तक फर्जी होता है। यह असली के मुकाबले स्वास्थ्य के लिए ज्यादा घातक होती है। फिलहाल, कस्टम अधिकारियों ने सिगरेट सीज कर दी है और अब आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी में हैं।