Ghoshi Assembly By election: अखिलेश घोषी में करेंगे जनसभा, विरोधियों पर साधेंगे निशाना
Ghoshi Assembly By election: सपा और भाजपा के लिए प्रतिष्ठा की सीट बन गई है घोषी, दोनों अपनी जीत के लिए कमर कस चुके हैं। यहां पांच सितंबर को वोट डाले जाएंगे।
Lucknow News: सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव 29 अगस्त को मऊ के घोषी में जनसभा करेंगे। कांग्रेस ने घोषी में हो रहे उप चुनाव में सपा उम्मीदवार सुधाकर सिंह को समर्थन देने की घोषण की है। अब अखिलेश यादव घोषी में अपने उम्मीदवार के पक्ष में जनसभा कर वोट मांगेंगे। बतादें की घोषी में विधानसभा का उप चुनाव हो रहा है। जिसमें सपा ने सुधाकर सिंह को तो भाजपा ने सपा छोड़कर आए दारा सिंह चैहान को अपना उम्मीदवार बनाया है। घोषी में मुकाबला सपा और भाजपा के बीच माना जा रहा है।
इस उप चुनाव में भाजपा ने दारा सिंह को जीताने के लिए अपने कई धुरंधर मंत्री को प्रचार में लगाया है तो वहीं सपा ने भी अपने कई स्टार प्रचारकों और नेताओं को घोषी में सुधाकर सिंह को जीताने के लिए मैदान में उतारा है। अब अखिलेश यादव 29 अगस्त को घोषी में जनसभा कर अपने उम्मीदवार सुधारक सिंह को जीताने के लिए जनता से वोट मांगेंगे।
इसलिए हो रहा है यहां उप चुनाव-
मऊ के घोषी विधानसभा में उप चुनाव पांच सितंबर को होगा। यहां पर दारा सिंह द्वारा विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के कारण उप चुनाव हो रहा है। बतादें कि दारा सिंह 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा छोड़कर सपा में चले गए थे और सपा के टिकट पर उन्होंने चुनाव लड़ा और जीत कर विधानसभा पहुंचे। लेकिन हाल ही में उनका मोह सपा से भंग हो गया और विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर सपा छोड़ भाजपा में फिर से शामिल हो गए। इसके बाद यहां चुनाव आयोग ने उप चुनाव कराने की घोषणा की।
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सीएम योगी भी करेंगे जनसभा-
सूत्रों की माने तो सीएम योगी भी घोषी में जनसभा करेंगे। सीएम पार्टी उम्मीदवार दारा सिंह के पक्ष में जनता से वोट मांगेंगे। अभी सीएम का कार्यक्रम तय नहीं हुआ है। माना जा रहा है कि वे जल्द ही यहां जनसभा करेंगे।
क्यों है खास यह सीट-
बता दें कि घोषी सीट भाजपा और सपा दोनों के लिए खास है। यहां से पिछले चुनाव में दारा सिंह सपा के टिकट पर चुनाव जीते थे। अब दारा सिंह फिर से यहां मैदान में लेकिन सपा से नहीं भाजपा से हैं। वहीं सपा ने दारा सिंह को हराने के लिए सुधाकर सिंह को मैदान में उतारा है। सुधाकर सिंह भी पहले विधायक रह चुके हैं। वहीं दारा सिंह विधायक और राज्यसभा सांसद और योगी की पूर्व सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। ऐसे में देखा जाए तो यह सीट भाजपा और सपा दोनों के लिए प्रतिष्ठा की बन गई है।