AKTU: संस्थानों में खोले जाएंगे हैप्पीनेस सेंटर, वाइओएल कार्यक्रम से छात्र बनेंगे सकारात्मक

कुलपति प्रो. जेपी पांडेय के अनुसार इस ऐप के माध्यम से छात्रों के तनाव को कम करने का प्रयास किया जाएगा। ऐप में छह इमोशनल और छह लॉजिकल पहलुओं को शामिल किया गया है। इसमें स्वास्थ्य, खुशहाली, शिक्षा और आपसी संबंध जैसे कुल बारह बिंदु हैं।

Report :  Abhishek Mishra
Update:2024-04-04 19:30 IST

AKTU: डा. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (AKTU) अब विद्यार्थियों के लिए योर वन लाइफ यानी वाइओएल (Your One Life) कार्यक्रम की शुरुआत करने जा रहा है। इसके तहत विश्वविद्यालय और संबद्ध संस्थानों में हैप्पीनेस सेंटर खोले जाएंगे। कार्यक्रम के जरिए छात्र अपनी सोच और नजरिए को विकसित कर सकेंगे।

ऐप पर होगी छात्रों की परीक्षा

एकेटीयू में शुरु होने वाला वाइओएल अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) से पहले ही अनुमोदित है। इसे शुरु करने के लिए किसी आधारभूत संरचना (Infrastructure) की जरुरत नहीं है। योर वन लाइफ कार्यक्रम ऐप बेस्ड सिस्टम होगा। यह कार्यक्रम हर सेमेस्टर के विद्यार्थियों के लिए अधिकतम दो क्रेडिट्स का तय किया गया है। इसमें परीक्षा से लेकर एटेंडेंस तक सब कुछ ऐप के माध्यम से ही संचालित किया जाएगा। वाईओएल से कार्यक्रम छात्रों को काफी मदद मिलेगी। हैप्पीनेस सेंटर का संचालन होगा।

स्क्रीन टाइम में हुई काफी बढ़ोतरी

मोबाइल छात्रों के लिए हानिकारक साबित होता जा रहा है। इससे छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाई करने में आसानी भी हुई। लेकिन मोबाइल के ज्यादा उपयोग से छात्रों में तनाव पैदा हो रहा है। एक रिसर्च के मुताबिक आजकल छात्रों का स्क्रीन टाइम बढ़ गया है। जिससे उन्हें शारीरिक और मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। छात्र पढ़ाई से ज्यादा सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर समय व्यतीत कर रहे हैं। इंटरनेट पर अपना जरुरी समय खर्च कर दे रहे हैं। जिसके कारण छात्रों का आईक्यू लेवल घट रहा है। छात्र तनाव और चिंता से घिरे हुए दिखाई दे रहे हैं। इस कार्यक्रम से छात्रों को सकारात्मक रहने में सहायता मिलेगी।

ऐप में 12 बिंदु शामिल

एकेटीयू के कुलपति प्रो. जेपी पांडेय के अनुसार इस ऐप के माध्यम से छात्रों के तनाव को कम करने का प्रयास किया जाएगा। ऐप में छह इमोशनल और छह लॉजिकल पहलुओं को शामिल किया गया है। इसमें स्वास्थ्य, खुशहाली, शिक्षा और आपसी संबंध जैसे कुल बारह बिंदु हैं। छात्रों को ऐप के जरिए एक इंटरफेस दिया जाएगा। जिससे उन्हें सभी पहलुओं में निरंतर बढ़ने के लिए प्ररित किया जाएगा। जोकि छात्रों के दिमाग के विकसित करने में मदद करेगा।

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