Lucknow News: आखिर किसे बचा रही पुलिस, क्या है मिस्ट्री ? कौशल किशोर हाउस हत्याकांड मामला
Lucknow Kaushal Kishor House Hatyakand: अंदेशा लगाया जा रहा है कि विनय कुछ ऐसा सिक्रेट जानता था, जिसे मंत्री परिवार हमेशा के लिए मिटाना चाहता था, जिसकी वजह से उसकी हत्या कर दी गई।
Lucknow News: केन्द्रीय आवासन और शहरी राज्य मंत्री कौशल किशोर के घर विनय श्रीवास्तव की हत्या की जाँच भले ही पुलिसिया दस्तावेज में बड़ी तेज़ी से जारी हो पर पुलिसिया जाँच पर सवाल उठने लगे हैं। कल तक पीड़ित के जो परिजन सब कुछ पर संतोष जता रहे थे। वे भी आज पुलिसिया जाँच पर सवाल उठाने लगे हैं। मंत्री के बेटे विकास को लेकर भले ही पीड़ित जनो। के मन में कोई दुविधा न हो पर अंकित वर्मा को लेकर के जो जाँच में नरमी बरती जा रही है, वह पीड़ित पक्ष की परेशानी का सबब है। क्यों कि एक तरफ़ पुलिस ने अंकित वर्मा को हत्या का मुख्य दोषी करार दे रही थी, तो दूसरी तरफ़ अंकित को गिरफ़्तार न करने और गंभीरता से पूछताछ न करने को लेकर कहा जा रहा है कि अंकित मंत्री के भाई की बहन यानी साली का रिश्तेदार है। इसलिए पुलिस जाँच में नरमी बरत रही है। यही वजह है कि यह अभी भी मिस्ट्री बनी हुई है। हालाँकि मंत्री कौशल किशोर का कहना है कि हम पीड़ित परिवार के साथ हैं। उनकी हर संभव मदद करने के लिए तैयार हैं। अंकित विकास किशोर के साथ साए की तरह रहता था। जांच में मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल और लोकेशन निकाली जा रही है।
निजी रंजिश की ओर इशारा कर रही घटना
परिजनों का कहना है कि विनय मंत्री कौशल किशोर का काफी विश्वासपात्र था। हर छोटे-से-छोटा और बड़े से बड़ा कार्य में साथ रहता था। विनय के ऊपर मंत्री परिवार आंख बंद करके विश्वास करता था। यही कारण था कि थार कार विनय की मां के नाम से निकलवाया गया था। हत्या करने वला अंकित भी मंत्री का रिस्तेदार है। अंदेशा लगाया जा रहा है कि विनय कुछ ऐसा सिक्रेट जानता था, जिसे मंत्री परिवार हमेशा के लिए मिटाना चाहता था, जिसकी वजह से उसकी हत्या कर दी गई।
अरुण प्रताप सिंह ऊर्फ बंटी मिस्ट्री
परिवार बंटी पर लगातार शक जाहिर कर रहे हैं। क्यों कि सीसीटीवी में वह हत्या से कुछ समय पहले ही कार से निकलते हुए देखा गया था। बंटी मलीहाबाद का पूर्व प्रधान है। परिजनों का कहना है कि जो तीन लोग पकड़े गए हैं वह ऐसा नहीं कर सकते। उनकी इतनी हिम्मत नहीं थी। यदि पकड़े गए लोगों से कड़ाई से पूछताछ की जाए तो हत्या के मास्टरमाइंड का खुलासा हो जाएगा। लेकिन पुलिस भी अभी उतनी गंभीरता से जांच नहीं कर रही। जबकि पुलिस पूछताछ में बंटी ने बताया कि विनय मेरे छोटे भाई जैसा था। मैं उसे क्यों मारूंगा। यदि हत्या में मेरी संलिप्तता का सबूत मिलता है तो मैं गिरफ्तार कर लिया जाए। कोई आपत्ती नहीं होगी।
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विकास किशोर ने दी सफाई
हत्याकांड के पांचवे दिन पुलिस नें मंगलवार को मंत्री कौशल किशोर के बेटे विकास किशोर से करीब दो घंटे तक पूछता की। इस दौरान उसने स्वीकार किया कि पिस्तौल रखने में गलती हो गई। पिस्तौल घर पर नहीं छोड़नी चाहिए थी। लेकिन परिजन अभी भी हत्या में विकास की मिलीभगत से इनकार नहीं कर रहे।
पुलिस की मनगढ़ंत कहानी से गहराया शक
पुलिस ने कहा था कि रात में दारू पार्टी के बाद जूआ खेला गया। उसमें विनय 12 हजार रुपए हार गया। लेकिन हारी गई रकम देने से इनकार करने पर विवाद शुरू हो गया। अंकित ने विकास के कमरे से पिस्टल लाकर गोली मार दिया। वहीं परिजनों का कहना है कि विनय न तो दारू पीता था और न ही जूआ खेलता था। जब मैं घटनास्थल पर पहुंचा तो वहां पर भी दारू और जूआ का कोई सबूत नहीं था। सीसीटीवी फूटेज भी पुलिस स्टोरी पर सवाल खड़ा कर रही है।
आखिर सच सामने रखने से क्यों कतरा रही पुलिस?
सीसीटीवी फूटेज सामने आने के बाद मामला उलझ गया है। परिवार भी लगातार पुलिस जांच पर सवाल उठा रहे हैं। पुलिस आधे अधूरे साक्ष्य के आधार पर की गई कर्रवाई पर सवाल खड़ा कर रही हैं। घटना वाले दिन सिर्फ़ उस कमरे का सीसीटीवी बंद था, जिसमें हत्या हुई। पुलिस नें हत्या की जो कहानी सुनाई थी, सीसीटीवी फ़ुटेज आने के बाद कुछ तालमेल नहीं बैठ रहा है। ऐसे तमाम सवाल हैं जो पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल खड़ा करते हैं।