Lucknow News: विधायक पर फर्जीवाड़ा कर कॉलेज की मान्यता लेने का आरोप, CM के आदेश पर मान्यता रद्द करने की तैयारी
Lucknow News: शिकायतकर्ता डॉ. सरिता चौधरी ने आरोप लगाते हुए कहा था कि 28 मई 2024 की रिपोर्ट संख्या 799/2482/22/शिक्षा में यह आया था कि कॉलेज के पास जमीन नहीं है।
Lucknow News: मिर्जापुर जिले की चुनार विधानसभा सीट से विधायक अनुराग सिंह पर फर्जीवाड़ा कर कॉलेज की मान्यता रद्द करने के आरोप लगे हैं। इसकी शिकायत स्व. ओपी चौधरी की बेटी डा. सरिता चौधरी ने की थी। शिकायत में उन्होने आरोप लगाया था कि जमीन न होते हुए फर्जी प्रपत्रों के सहारे मोहनलालगंज इलाके के कनकहा में चुनार से विधायक अनुराग सिंह और उनकी पत्नी स्नेह लता द्वारा यह कॉलेज खोला गया था। शिकायत में आरोपों की पुष्टि हुई है। इसके बाद आयुर्वेद निदेशालय उत्तर प्रदेश द्वारा पत्र संख्या 1662/2489/22/शिक्षा दिनांकित 27/09/2024 उत्तर प्रदेश शासन और एनसीआईएसएम नई दिल्ली को भेजकर मान्यता रद्द करने की संस्तुति की गई है। निदेशालय की संस्तुति के बाद अब यह माना जा रहा है कि सरदार पटेल इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेदिक साइंसेज की मान्यता रद्द हो सकती है।
यह था पूरा मामला
शिकायतकर्ता डॉ. सरिता चौधरी ने आरोप लगाते हुए कहा था कि 28 मई 2024 की रिपोर्ट संख्या 799/2482/22/शिक्षा में यह आया था कि कॉलेज के पास जमीन नहीं है। बल्कि जिस जमीन पर कॉलेज बना हुआ है वह डॉ. ओपी चौधरी एजुकेशनल ट्रस्ट के नाम है। विधायक अनुराग सिंह पर आरोप है कि उन्होंने वर्ष 2016 में आयुर्वेद विभाग उत्तर प्रदेश में प्रार्थना पत्र और शपथ पत्र दिया था। जिसमें उनके द्वारा दावा किया गया था कि यह जमीन डॉ. ओपी चौधरी मेमोरियल ट्रस्ट के नाम पर है। इसी दावे के आधार पर उन्होंने कॉलेज खोलने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करने की मांग की थी। इसी के आधार पर 2016 में उन्हें NOC भी मिल गई।
फर्जी ट्रस्ट बनाने का आरोप
प्राप्त जानकारी के अनुसार डॉ. ओपी चौधरी द्वारा 'डॉ. ओपी चौधरी एजुकेशनल ट्रस्ट' वर्ष 2010 में बना था और उस ट्रस्ट में स्नेहलता सिंह पुत्री लोकनाथ सिंह पत्नी अनुराग सिंह सचिव थी। आरोप है कि ट्रस्ट के नियमों के अनुसार 27 जनवरी 2011 को ओपी चौधरी की मृत्यु के बाद उनकी जायज वारिस पत्नी राम दुलारी चौधरी, पुत्री श्रीमती सुधा कटियार और डा. सरिता चौधरी में से किसी एक को ही ट्रस्ट का अगला अध्यक्ष/सदस्य बनाया जाना था। आरोपों के अनुसार विधायक और उनकी पत्नी स्नेह लता सिंह ने ट्रस्ट की संपत्तियों पर कब्जा करने के लिए 9 फरवरी 2011 को फर्जी 'डा. ओ पी चौधरी मेमोरियल ट्रस्ट' बनाया।
CM योगी के आदेश पर जाँच
अगस्त 2022 में डॉ. ओपी चौधरी की बेटी डॉ. सरिता चौधरी और सुधा कटियार द्वारा की गई शिकायत का संज्ञान लेते हुए सीएम योगी ने जाँच के आदेश दिए थे। यह जाँच मई 2024 को पूरी हुई। जाँच में आयुष निदेशक ने रिपोर्ट लगाते हुए बताया कि उक्त जमीन एजुकेशनल ट्रस्ट के नाम पर है लेकिन कॉलेज की मान्यता और NOC समाप्त नहीं की गई है। इसके बाद 21 सितंबर को उत्तर प्रदेश शासन ने पत्र संख्या 5507/96-आयुष-1-2024/1728018 जारी कर आयुर्वेद निदेशक से उक्त मामले से जुड़े सात बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी। इस जाँच के बाद आयुर्वेद निदेशक ने दस्तावेजों की जांच में पाया की खतौनी पर डॉ. ओपी चौध्र्री एजुकेशनल ट्रस्ट का नाम दर्ज है जबकि मान्यता सिर्फ रजिस्ट्री देखकर दी गई है।
27 सितंबर को भेजी गई संस्तुति
27 सितंबर को पत्र संख्या 1662/2489/22/शिक्षा दिनांकित 27/09/2024 में आयुर्वेद निदेशक की ओर से प्रमुख सचिव आयुष उत्तर प्रदेश व एनसीआईएसएम अध्यक्ष को जांच रिपोर्ट भेजी गई है। इस रिपोर्ट में संस्थान की मान्यता रद्द करने की संस्तुति भी की गई है। माना जा रहा है कि आगामी दिनों में संस्थान की मान्यता भी रद्द की जा सकती है। अब संस्थान में आयुर्वेद की पढ़ाई पर भी तलवार लटक गई है।
आयुर्वेद निदेशक ने की पुष्टि
यह पूरा मामला अति गंभीर होने के चलते न्यूज़ट्रैक टीम ने रविवार को आयुर्वेद निदेशक मानवेन्द्र सिंह से भी बात की। उन्होंने मान्यता रद्द करने की संस्तुति भेजे जाने की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि शासन से रिपोर्ट मांगी गई थी। काॅलेज की भूमि के स्वामित्व को लेकर आपत्ति है और स्वामित्व पाया नहीं गया है। पूरी रिपोर्ट शासन और NCISM दिल्ली को भेज दी गई है। मान्यता रद्द करने की संस्तुति की गई है। आगे का जो भी निर्णय होगा वहीँ से लिया जाएगा।