Lucknow News: मोहित पांडेय की मौत मामले में पुलिस ने की लापरवाही! किसी के पास नहीं इन सवालों के जवाब

Lucknow News: सबसे बड़ा सवाल यह है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मोहित के शरीर पर तीन चोटों के निशान आए हैं। पुलिस कह रही है कि मोहित के साथ लॉकअप में कोई मारपीट नहीं हुई है।

Report :  Santosh Tiwari
Update:2024-10-29 12:20 IST

Mohit Pandey custodial death case   (photo: social media )

Lucknow News: शनिवार को चिनहट थाने के लॉकअप में हुई मोहित पांडे की मौत के मामले में कई स्तरों पर पुलिस की लापरवाही सामने आई है। अनगिनत सवाल हैं जिनके स्पष्ट जवाब पुलिस के पास भी नहीं हैं। ऐसे में कहीं न कहीं पुलिस पर भी गंभीर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मोहित के शरीर पर तीन चोटों के निशान आए हैं। पुलिस कह रही है कि मोहित के साथ लॉकअप में कोई मारपीट नहीं हुई है। बिना मारपीट मोहित के शरीर पर चोट कैसे लगी इस पर पुलिस का पक्ष है कि आदेश नाम के व्यक्ति से पहले मोहित की मारपीट हुई थी। यह चोटें उसी की हैं।

हर कदम पर लापरवाही छोड़ गई सवाल

मोहित पांडे की मौत ने पुलिस को कटघरे में खड़ा कर दिया। इसका कारण यह भी है कि पुलिस की थ्योरी में कई जगह खामियां हैं। इन खामियों ने तमाम सवाल खड़े किए हैं। सबसे बड़ा सवाल यह कि मोहित के शरीर पर चोटें कैसे आई ? यदि चोटें थी तो लॉकअप में बंद करने के बजाय उसका मेडिकल क्यों नहीं कराया गया, पुलिस ने मोहित और उसके भाई को लॉकअप में रखा लेकिन दस्तावेजों में दाखिला नहीं कराया। यदि मारपीट हुई थी तो पुलिस ने 151 करने में देरी क्यों की। किस विधायक के फोन आने के बाद पुलिस दबाव में आई और उसने मोहित को बंद कर दिया। ये ऐसे सवाल हैं जिनके जवाब न जोन के जिम्मेदार दे पा रहे हैं और न ही उच्चाधिकारी।

मोहित की मौत बनी राजनीतिक मुद्दा

शनिवार की दोपहर मोहित पांडे की चिनहट थाने के लॉकअप में मौत हो गई। पुलिस उसे लेकर लोहिया अस्पताल पहुंची जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद सूचना परिजनों को मिली तो वह अस्पताल पहुंचे। परिजनों के साथ बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी वहां पहुंच गए। इसके बाद पुलिसिया कार्यशैली से आक्रोशित लोगों ने लोहिया अस्पताल के सामने सड़क जमकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। रात में बीकेटी विधायक योगेश शुक्ला भी परिजनों से मिलने पहुंचे। रविवार को दिन भर मोहित के घर पर राजनीतिक लोगों का आना जाना लगा रहा। यह सिलसिला सोमवार को भी जारी रहा। अखिलेश यादव, प्रियंका गांधी समेत विपक्ष के कई नेताओं ने इस मौत को लेकर भाजपा सरकार पर भी निशाना साधा।

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