Lucknow News: लखनऊ में नैतिक पार्टी का स्थापना दिवस मनाने से रोका, कार्यकर्ताओं का आक्रोश: चंद्र भूषण पांडे बोले-सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है
Lucknow News Today: नैतिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्र भूषण पांडे ने इस घटना पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यह लोकतंत्र की हत्या है। उन्होंने बताया कि पिछले 17 वर्षों से उनकी पार्टी इस दिवस का आयोजन करती आ रही है।;
Lucknow News Today Naitik Party Stopped From Organizing Their Foundation Day Event
Lucknow News in Hindi: राजधानी लखनऊ में मंगलवार को नैतिक पार्टी को उनके स्थापना दिवस कार्यक्रम के आयोजन से रोक दिया गया। बता दें कि कार्यक्रम के ठीक पहले कैसरबाग स्थित गांधी भवन परीक्षा गृह में ताला लगा दिया गया। जिसके बाद नैतिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्र भूषण पांडे ने विरोध जताया। तो वहीं पार्टी कार्यकर्ता नाराज होकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे।
लोकतंत्र की हत्या का आरोप
नैतिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्र भूषण पांडे ने इस घटना पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यह लोकतंत्र की हत्या है। उन्होंने बताया कि पिछले 17 वर्षों से उनकी पार्टी इस दिवस का आयोजन करती आ रही है। लेकिन आज तक किसी भी सरकार ने ऐसा कदम नहीं उठाया था। चंद्र भूषण पांडे ने इसे तानाशाही का उदाहरण बताते हुए कहा कि हम 23 जनवरी को हॉल को 45 हजार रुपये में बुक करके आए थे। लेकिन जब हम पहुंचे तो हॉल में ताला लगा हुआ था। हॉल के कर्मचारियों ने बताया कि प्रशासन ने ताला लगाने का आदेश दिया है।
पार्टी के मुद्दों पर विरोध
चंद्र भूषण पांडे ने बताया कि उनका कार्यक्रम ब्राह्मण हितों, गांव सरकार, गरीब आयोग की मांग और शराब बंदी जैसे संवेदनशील मुद्दों पर था। जिन्हें उठाने से सरकार डरती है। उन्होंने आरोप लगाया कि यूपी सरकार शराब पर करोड़ों रुपये का लाभ कमा रही है। और इसलिए शराब बंदी नहीं करना चाहती। साथ ही उन्होंने कहा कि शराब से लाखों लोगों की जान जा रही है, और उनका पार्टी इसे बंद करने की मांग कर रही है।
नैतिक पार्टी का संघर्ष जारी रहेगा
नैतिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी का उद्देश्य जनता को जागरूक करना और कहा कि सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है। उन्होंने घोषणा की कि नैतिक पार्टी पूरे प्रदेश भर में इस मुद्दे को लेकर एक बड़ा अभियान चलाएगी ताकि लोगों को सरकार के खिलाफ उठ खड़ा किया जा सके।