Lucknow University: NSUI ने कुलपति को सौंपा ज्ञापन, पीएचडी एप्लीकेशन फीस कम करने की मांग
Lucknow University: छात्रों ने कुलपति से मुलाकात कर उन्हें समस्याएं बताई। इसके बाद छात्रों ने एलयू कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय को पीएचडी अभ्यर्थियों से जुड़ी अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा।
Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय में एनएसयूआई इकाई ने पीएचडी के एप्लीकेशन फीस कम करने, अधिक विषय भरने के विकल्प जैसी मांगों को लेकर को लेकर कुलपति को ज्ञापन सौंपा। छात्रों का कहना है कि पीएचडी के एप्लीकेशन फीस अधिक है। इसे कम किया जाना चाहिए।
एनएसयूआई ने कुलपति को सौंपा ज्ञापन
एलयू के गेट नंबर एक स्थित प्रशासनिक भवन पर भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन एनएसयूआई की लखनऊ विश्वविद्यालय इकाई के छात्र एकत्रित हुए। छात्रों ने कुलपति से मुलाकात कर उन्हें समस्याएं बताई। इसके बाद छात्रों ने एलयू कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय को पीएचडी अभ्यर्थियों से जुड़ी अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। यहां मुख्य रूप से विशाल सिंह, प्रिंस प्रकाश, शुभम खरवार, राणा सुधांशु शर्मा, अंकुश चौहान, अर्सलान,अमित यादव, हर्षित शुक्ला, रितेश व अन्य छात्र मौजूद रहे।
गरीब वर्गों के छात्र फीस भरने में असमर्थ
एनएसयूआई राष्ट्रीय संयोजक विशाल सिंह ने कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय एक प्रतिष्ठित संस्थान है जहां देश व प्रदेश से तमाम वर्ग के छात्र शिक्षा ग्रहण करने आते हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन को इस पर ध्यान केंद्रित करने आवश्यक जरूरत है कि यहा की एप्लीकेशन/ फॉर्म फीस बाकी राज्य विश्वविद्यालय से बहुत ज्यादा है। जिसके कारण अधिकतर गरीब वर्गों के छात्र फीस भरने में असमर्थ रहते है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में दाखिला नहीं ले पाते हैं। इन्हीं मांगों को लेकर आज कुलपति महोदय से मुलाकात कर फॉर्म फीस कम करने की बात को रखा गया।
पीएचडी के एप्लीकेशन फीस वृद्धि हुई
लखनऊ विश्वविद्यालय पूर्व इकाई अध्यक्ष शुभम खरवार ने बताया कि अन्य विश्वविद्यालय की अपेक्षा लखनऊ विश्वविद्यालय में पीएचडी के एप्लीकेशन फीस वृद्धि हुई है जो कि छात्र हितों के लिए बिल्कुल भी सही नहीं है, एवं हमारी मुख्य मांग यही है की यूजी, पीजी एवं पीएचडी में जो बच्चे प्रवेश परीक्षा देते हैं उनकी क्वेश्चन बुकलेट उन्हें वापस दे दी जाए।
एनएसयूआई छात्रों को मुख्य मांगे
1) पीएचडी के एप्लीकेशन फीस कम की जाए
2) निर्धारित फीस में एक से अधिक विषय भरने के विकल्प अभ्यर्थियों को दिया जाए
3) अभ्यर्थियों को PhD प्रवेश परीक्षा समाप्त होने के बाद प्रश्न पत्र दिए जाऐ