UP Government: भूमि पैमाइश में शिथिलता पर चार प्रशासनिक अफसरों पर गिरी गाज, एक IAS -तीन PCS सस्पेंड
UP Government: लखीमपुर खीरी जनपद में खेत की पैमाइश लटकाए रखने पर सरकार ने एक आईएएस और तीन पीसीएस अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की है।
CM Yogi Adityanath Action: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जनपद में खेत की पैमाइश लटकाए रखने पर सरकार ने एक आईएएस और तीन पीसीएस अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की है। राज्य सरकार ने इस मामले में चारों प्रशासनिक अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। वर्तमान में सभी अधिकारी अलग-अलग जनपदों में तैनात हैं। तीनों पीसीएस अधिकारियों को राजस्व परिषद से संबद्ध कर दिया गया है।
आईएएस अफसर व अपर आयुक्त लखनऊ मंडल धनश्याम सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं सरकार ने पीसीएस अफसरों में बाराबंकी के एडीएम (वित्त एवं राजस्व) अरुण कुमार सिंह, झांसी के नगर मजिस्ट्रेट विधेश सिंह और बुलंदशहर की एसडीएम रेनु को निलंबित किया है। इन चारों अफसरों ने लखीमपुर खीरी जनपद में तैनाती के दौरान भूमि पैमाइश के मामलों में हीलाहवाली की।
उल्लेखनीय है कि लखीमपुर खीरी के सदर से भारतीय जनता पार्टी के विधायक योगेश वर्मा ने इस बावत शिकायत की थी। जिसके बाद इस मामले में तत्काल जांच के आदेश दिये गये थे। नियुक्ति विभाग ने लखीमपुर खीरी के जिलाधिकारी से पूरी रिपोर्ट मांगी थी। डीएम से यह पूछा गया था कि बीते छह साल में यानी साल 2019 के बाद कौन-कौन उप जिलाधिकारी, तहसीलदार और नायब तहसील जनपद में तैनात रहे। साथ ही तैनाती के दौरान उन अफसरों ने पैमाइश के मामले में क्या कार्रवाई की। लखीमपुर खीरी की जिलाधिकारी से मिली रिपोर्ट के आधार पर चारों अधिकारियों को भूमि पैमाइष के मामले में दोषी पाया गया। जिसके बाद शासन ने आईएएस और तीन पीसीएस अफसरों को सस्पेंड कर दिया है।
बता दें कि बीते 24 अक्तूबर को लखीमपुर खीरी जनपद के सदर भाजपा विधायक योगेश वर्मा का सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें वह स्कूटी पर बैठकर कलक्ट्रेट परिसर जा रहे थे। साथ ही वह वीडियो में बीच सड़क पर एसडीएम से लेकर कानूनगो की शिकायत करते हुए दिख रहे थे। वीडियो में भाजपा विधायक ने कहा था कि रिटायर्ड शिक्षक विश्वेश्वर दयाल की भूमि की पैमाइश के लिए घूस में पांच हजार रुपये लिए गए। घूस में ली गयी धनराषि को तत्काल वापस किया जाए।