UP BJP: यूपी में आज बीजेपी विपक्षी दलों में लगी बड़ी सेंध, SP और RLD के दिग्गज चेहरे भगवा खेमे मे हुए शामिल
UP BJP: ओम प्रकाश राजभर और दारा सिंह चौहान जैसे नेताओं के बाद अब पश्चिमी यूपी के नेताओं की बारी है। राजधानी लखनऊ में आज बीजेपी ने सपा और आरएलडी खेमे में बड़ी सेंध लगाई है।
UP BJP: भारतीय जनता पार्टी का मिशन 2024 का आगाज हो चुका है। सीटों के अंकगणित के लिहाज से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में पार्टी का काफी कुछ दांव पर है। दिल्ली की तख्त पर लगातार तीसरी बार काबिज होने के लिए जरूरी है कि भगवा दल का प्रदर्शन काफी बेहतर हो। इसलिए पार्टी ने प्रदेश की सभी 80 सीटों पर कमल खिलाने का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए बीजेपी ने दिन रात एक कर रखा है।
यूपी में चाहे एनडीए का विस्तार हो या दिग्गज पिछड़े नेताओं को पार्टी में शामिल कराना हो, सबकुछ इसी कवायद का हिस्सा है। आम चुनाव से पहले जातीय समीकरण को दुरूस्त करने के लिए बीजेपी लगातार पिछड़े नेताओं को अपने पाले में लाने की कोशिश कर रही है। ओम प्रकाश राजभर और दारा सिंह चौहान जैसे नेताओं के बाद अब पश्चिमी यूपी के नेताओं की बारी है। राजधानी लखनऊ में आज बीजेपी ने सपा और आरएलडी खेमे में बड़ी सेंध लगाई है।
SP और RLD के दिग्गज चेहरे भगवा खेमे मे हुए शामिल
यूपी की राजनीति में आज का दिन काफी अहम है। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने पूरब से पश्चिम तक अपने प्रमुख सियासी प्रतिद्वंदियों सपा, रालोद, बसपा और कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है। सोमवार को राजधानी लखनऊ स्थित प्रदेश बीजेपी कार्यालय में बड़े तामझाम के साथ इन दलों के एक दर्जन से अधिक नेताओं को पार्टी में शामिल कराया जाएगा। इनमें साहब सिंह सैनी, राजपाल सैनी, सुषमा पटेल, जगदीश सोनकर, अंशुल वर्मा और गुलाब सिंह सरोज जैसे दिग्गज चेहरे भी शामिल हैं।
- साहब सिंह सैनी पश्चिमी यूपी में समाजवादी पार्टी के बड़े नेता माने जाते रहे हैं। पिछड़ी जाति से आने वाले सैनी का सहारनपुर बेल्ट में अच्छा प्रभाव माना जाता है। वे अखिलेश सरकार के दौरान कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं। सैनी ने बीजेपी ज्वाइन करने से पहले सपा में अखिलेश के नेतृत्व की आलोचना की और पीएम मोदी और सीएम योगी के लीडरशिप को सराहा है।
- दूसरा बड़ा नाम है राजकुमार सैनी का। पश्चिमी यूपी में सपा-रालोद गठबंधन के असर को देखते हुए बीजेपी ने इन दोनों ही पार्टियों के प्रभावशाली पिछड़े नेताओं को साधना शुरू कर दिया है ताकि हिंदू वोटों को एकसाथ रख सके। बीजेपी इस बार जाट वोट को लेकर ज्यादा कांफिडेंट नहीं है। पिछड़ी वर्ग से आने वाले सैनी की भी इलाके में अच्छी पकड़ मानी जाती है। वो बसपा से राज्यसभा सांसद रह चुके हैं। उन्होंने 2022 में रालोद के टिकट पर खतौली से चुनाव भी लड़ा था, हालांकि वे जीत नहीं पाए थे।
- बीजेपी का फोकस पूर्वांचल की 27 लोकसभा सीटों पर काफी अधिक है, जहां की राजनीति पर जातीय समीकरण जबरदस्त तरीके से हावी रहता है। अखिलेश यादव द्वारा जातीय जनगणना के सहारे पिछड़ा कार्ड खेलने के बाद बीजेपी इस इलाके के ओबीसी और दलित नेताओं को साधने में जुट गई है। इसी कवायद के तहत पूर्व बसपा विधायक सुषमा पटेल को आज भगवा खेमे में शामिल कराया गया है। सुषमा को जौनपुर जिले में कुर्मी बिरादरी का चेहरा माना जाता है। बसपा के टिकट पर विधायक बनने वालीं सुषमा फिलहाल सपा में हैं। बीजेपी को उम्मीद है कि उनके पार्टी में आने से लोकसभा चुनाव में इस इलाके में पार्टी को फायदा मिलेगा। भगवा दल को 2019 में जौनपुर संसदीय सीट पर हार का सामना करना पड़ा था।
- ओबीसी नेताओं के साथ-साथ सपा के दलित नेताओं पर भी बीजेपी की नजर है। लिस्ट में अगला बड़ा नाम जगदीश सोनकर का है जो कि जौनपुर जिले से ही आते हैं। वे चार बार के विधायक रह चुके हैं। 2017 में भी वे जौनपुर के मछलीशहर विधानसभा सीट से सपा के विधायक थे। 2022 में ऐन वक्त पर उनका टिकट काटकर रागनी सोनकर को दे दिया गया था। बताया जाता है कि उसी घटना के बाद से दलित बिरादरी से आने वाले सोनकर सपा नेतृत्व से नाराज चल रहे थे। आज उन्होंने ने भी लखनऊ में बीजेपी का दामन थामा है। जौनपुर के ही एक और नेता पूर्व विधायक गुलाब सरोज भी आज बीजेपी में शामिल हुए हैं।
- दारा सिंह चौहान की तरह सपा से आज एक और दिग्गज चेहरे की भारतीय जनता पार्टी में घर वापसी हुई है। 2014 में हरदोई से बीजेपी के सांसद बने अंशुल वर्मा आज पुनः बीजेपी में शामिल हो गए हैं। एससी जाति से आने वाले वर्मा का टिकट 2019 में बीजेपी ने काट दिया था। जिससे नाराज होकर उन्होंने तब सपा का दामन थाम लिया था।
- लिस्ट में छठा और चौंकाने वाला नाम है शालिनी यादव का। शालिनी ने 2019 के आम चुनाव में सपा के टिकट पर वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ ताल ठोंका था। आज वो भी बीजेपी में शामिल हुई हैं। शालिनी दिग्गज कांग्रेसी रहे श्यामलाल यादव की बहू हैं। 2019 में उन्होंने कांग्रेस छोड़ सपा का दामन थाम लिया था। सपा ने उन्हें पार्टी में ज्वाइन कराते ही वाराणसी से लोकसभा का टिकट दे दिया था।
बड़े नेताओं की मौजूदगी में 18 नेता हुए शामिल
सोमवार को लखनऊ स्थित प्रदेश बीजेपी कार्यालय में सपा,बसपा, रालोद और कांग्रेस के 18 छोटे-बड़े नेता शामिल हुए। सभी को भगवा गमछा ओढ़ाकर बीजेपी में शामिल कराया गया। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक मौजूद रहे। उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य ने सभी नेताओं का बीजेपी में स्वागत करते हुए कहा कि हम 2024 में यूपी की 80 सीट जीत रहे हैं। तीसरी बार केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बनने जा रही है। उन्होंने कहा कि विपक्ष को अपनी जमानत बचानी मुश्किल हो जाएगी।